प्रयागराज : डीएम-एसपी और शिक्षा विभाग को सौंपा गया टीईटी का जिम्मा
यूपी टीईटी के लिए ऑनलाइन आवेदन लेने का कार्य पूरा हो चुका है, 16.45 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। मिले आवेदनों को जिलावार भेज दिया गया है, ताकि वहां परीक्षा केंद्रों का निर्धारण हो सके। हर परीक्षा केंद्र पर कम से कम 500 अभ्यर्थी आवंटित किए जाएंगे। साथ ही केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा व अन्य सुविधाएं होना अनिवार्य है। केंद्रों पर 200 गज की दूरी में धारा 144 लागू की जाएगी। वहां पर संवेदनशीलता के लिहाज से परीक्षा से संबंधित लोगों को छोड़कर किसी को प्रवेश नहीं मिलेगा।
स्मार्ट फोन सभी के लिए प्रतिबंधित : परीक्षा केंद्र पर केंद्र व्यवस्थापक, नामित पर्यवेक्षक व स्टैटिक मजिस्ट्रेट को भी स्मार्ट फोन लेकर जाने की अनुमति नहीं है। ये तीनों अधिकारी बिना कैमरा वाला वह फोन जो स्मार्ट नहीं है लेकर जा सकते हैं। ऐसे ही परीक्षार्थी केंद्र पर केवल प्रवेशपत्र काला बाल प्वाइंट पेन लेकर ही प्रवेश कर सकेंगे। अन्य किसी तरह की कोई सामग्री लाने की अनुमति नहीं है। कक्ष निरीक्षक व कर्मचारी भी कोई सामग्री लेकर प्रवेश नहीं कर सकेंगे। हर केंद्र पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेगा।
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’राजकीय, सहायताप्राप्त माध्यमिक व डिग्री कालेजों को ही बनाएं परीक्षा केंद्र
डबल लॉक में रखे जाएंगे प्रश्नपत्र
सभी जिला मुख्यालयों पर परीक्षा से तीन दिन पहले प्रश्नपत्र व ओएमआर शीट भेजी जाएंगी। डीएम की ओर से नामित मजिस्ट्रेट, डीआइओएस व वरिष्ठ कोषाधिकारी प्रश्नपत्रों को डबल लॉक में रखवाएंगे। परीक्षा वाले दिन कोषागार से प्रश्नपत्र लेकर केंद्रों तक पहुंचाने का जिम्मा भी मजिस्ट्रेट व डीआइओएस का होगा। उनके साथ पुलिस स्कार्ट भी रहेगी। प्रत्येक पाली के लिए अलग स्टैटिक मजिस्ट्रेट लगाया जाए, ताकि जो परीक्षा हो उसी का प्रश्नपत्र पहुंचे। परीक्षा दो पालियों में हो रही है।
प्रश्नपत्र खोलने की वीडियो रिकॉर्डिग
प्रश्नपत्र खोले जाने के समय वीडियो रिकॉर्डिग कराने का आदेश है। केंद्र व्यवस्थापक, दो कक्ष निरीक्षक व पर्यवेक्षक के सामने प्रश्नपत्र खोला जाएगा। इस आशय का प्रमाणपत्र भी लिया जाएगा। परीक्षा के बाद डीआइओएस अपने यहां के डीएम को रिपोर्ट देंगे और ओएमआर के शील्ड बंडल परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय प्रयागराज पहुंचाए जाएंगे।