मैनपुरी : शिक्षकों को रास आने लगा प्रेरणा ऐप, जनपद के 2186 स्कूलों में से 356 स्कूलों में इस ऐप पर होने लगा काम
शासन ने इसी साल बेसिक के स्कूलों के लिए प्रेरणा एप अनिवार्य किया तो शिक्षकों ने आसमान सिर पर उठा लिया। एप के विरोध में आंदोलन होने लगे। हालांकि एप को अनिवार्य बताने के बाद शिक्षकों का रोष खुद ही शांत हो गया। अब जिला के 2186 स्कूलों में से 356 स्कूलों में इस एप पर काम होने लगा है। एप को अब तक 451 शिक्षकों ने डाउनलोड कर लिया है। वहीं, अब एप के जरिये तमाम शिक्षक सेल्फी भी भेजने लगे हैं तो अवकाश संबंधी प्रार्थना पत्र भी अब एप के जरिये आने लगे हैं। बीएसए विजय प्रताप सिंह ने बताया कि अभी एप के माध्यम से हाजिरी का कोई आदेश नहीं है। भविष्य में टेबलेट आने के बाद विद्यार्थी और शिक्षकों की आनॅलाइन हाजिरी का काम शुरू होगा।
अब 30 तक डाउनलोड होगा परिणाम: प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए कवायद की जा रही है। इसी के मद्देनजर बीते दिनों ग्रे¨डग परीक्षा का आयोजन हुआ था। बोर्ड स्टाइल में आयोजित परीक्षा के बाद जारी होने वाले परिणाम अब बीएसए के अलावा शिक्षकों की योग्यता को भी तय करेंगे। कक्षा पांच से आठ तक के छात्र-छात्रओं की इस परीक्षा का मूल्यांकन अब 30 नवंबर तक अपलोड करना होगा। ग्रे¨डग के आधार पर ही विद्यालय की गुणवत्ता को सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
शुक्रवार को प्राथमिक विद्यालय मधुपुरी में प्रेरणा एप के तहत बच्चों के साथ सेल्फी लेते शिक्षक अरविंद चौहान’ जागरण