महराजगंज : एक ट्वीटर अकाउंट बंद, जबकि दूसरे से पोस्ट हटवाई गई। फेसबुक के पांच पोस्ट को हटाया गया, गोरखपुर में झूठी सूचना देने वाले 29 लोगों को किया गिरफ्तार
फैसले के बाद हालत पर नजर रखने के लिए विशेष सेल में तैनात किए गए इंस्पेक्टर मनीष सिंह यादव आधा दर्जन पुलिसकर्मियों के साथ सैकड़ों पोस्ट की निगरानी करते रहे। शनिवार की सुबह एक व्यक्ति ने अपने ट्वीटर से आपत्तिजनक पोस्ट किया। खबर लगते ही सेल ने लखनऊ मुख्यालय से संपर्क कर तत्काल ट्वीटर को बंद करा दिया। जबकि दूसरे ट्वीटर अकाउंट चलाने वाले व्यक्ति ने पुलिस की सख्ती के बाद खुद ही पोस्ट को हटा लिया। पांच लोगों ने दूसरों की भावना को आहत करने वाले पांच पोस्ट अपने फेसबुक अकाउंट से किया। पुलिस की नजर पड़ी और सोशल मीडिया पर पांचों पोस्ट को हटवा दिया गया ।
एक ट्वीटर अकाउंट बंद कराया गया है, जबकि दूसरे से पोस्ट हटवाई गई। फेसबुक के पांच पोस्ट को हटाया गया है।
रोहित सिंह, एसपी ।
अफवाह फैलाने वाले 29 गिरफ्तार
- November 10, 2019
एसएसपी के मीडिया सेल से मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या पर आए फैसले के बाद पूरे दिन पुलिस मुस्तैद रही। इस दौरान सात लोगों ने अलग-अलग स्थानों से 100 व 112 नंबर पर फोन कर बवाल होने की झूठी सूचना दी। पुलिस के पहुंचने पर पता चला कि यह अफवाह था। जिसके बाद पुलिस ने सूचना देने वालों को गिरफ्तार कर लिया।
फैसले के बाद जश्न को लेकर मनाही थी लेकिन शहर के साथ ही ग्रामीण में कुछ लोगों ने आतिशबाजी कर माहौल खराब करने की कोशिश की। सूचना मिलने पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। वहीं सोशल मीडिया पर गलत अफवाह फैलाने के साथ भड़काऊ व आपत्तिजनक पोस्ट डालने को लेकर पुलिस ने 22 लोगों को गिरफ्तार किया है। कोतवाली पुलिस ने 10, तिवारीपुर ने सात, सहजनवां ने पांच, शाहपुर ने तीन, सहजनवां ने पांच और बड़हलगंज ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया।
सोशल मीडिया आपत्तिजनक पोस्ट डालने, आतिशबाजी करने और झूठी सूचना देने वाले 29 लोगों पर कार्रवाई हुई है। आम जनमानस से अपील है कि शांति बनाए रखें। न अफवाह फैलाएं और न ही सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालें।
डॉ. सुनील गुप्ता, एसएसपी