प्रयागराज : विद्यालयों में लागू होगा निष्ठा कार्यक्रम
जासं,प्रयागराज : जिले के परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन सुधारने के लिए अब निष्ठा (नेशनल इनोवेटिव फॉर स्कूल हेड्स, टीचर, हॉलेस्टिक एडवांसमेंट) कार्यक्रम शुरू होगा। इस कार्यक्रम के प्रभावी संचालन के लिए सात स्टेट रिसोर्स पर्सन (एसआरपी) और 60 की रिसोर्स पर्सन (केआरपी) का चयन हुआ है। इनका पांच दिवसीय प्रशिक्षण सीमैट में मंगलवार से शुरू हो गया है। इसके बाद एसआरपी और केआरपी ब्लॉक स्तर पर प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे।
राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने इस कार्यक्रम को परिषदीय स्कूलों में लागू करने के लिए अगस्त में ही निर्देश दिए थे। लेकिन एसआरपी, केआरपी के चयन में करीब तीन महीने लग गए। अब इनकी ट्रेनिंग शुरू हुई है। इन्हें ट्रेनिंग डायट, एनसीईआरटी, सीटीई आदि संकायों के सदस्यों द्वारा दी जा रही है। 30 नवंबर तक प्रशिक्षण चलेगा। इसके बाद इनके द्वारा ब्लॉक स्तर पर प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों को ट्रेनिंग देने का कार्यक्रम जारी होगा। वह 12 माड्यूलों पर उन्हें प्रशिक्षित करेंगे। ताकि शिक्षक नई तकनीक मसलन यू-ट्यूब, विभिन्न एप का प्रयोग करके एक्टिविटी आधारित शिक्षण कार्य कर सकें। जरूरत पड़ने पर एसआरपी और केआरपी उनका सहयोग करेंगे। बच्चों का भी मार्ग दर्शन करेंगे। फिलहाल, एसआरपी का कार्यकाल तीन वर्ष और केआरपी का एक वर्ष होगा।
सात एसआरपी, 60 केआरपी के जरिए पठन-पाठन सुधारने की कवायद
केंद्र सरकार की ओर से संचालित इस कार्यक्रम के तहत सीमैट में प्रदेश स्तरीय प्रशिक्षण हो रहा है। एसआरपी और केआरपी शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे। उसका बच्चों पर असर देखा जाएगा।
- विनोद कुमार मिश्र, जिला समंवयक ट्रेनिंग