अमेठी : चंदे से मिटाया पढ़ाई की चुनौतियों का ‘दाग’
इस एकल शिक्षक वाले विद्यालय में प्रधानाध्यापक पवन कुमार तिवारी के अलावा एक शिक्षामित्र रेखा की तैनाती हुई तो भी बच्चों की संख्या के सापेक्ष शिक्षक नहीं हुए। इससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही थी। अभिभावक संघ ने इस संबंध में अफसरों से पत्रचार किया।
फिर भी मांग पूरी न हुई। आखिर में उन्होंने चंदा लगाकर पड़ोसी गांव हरिहरपुर की ग्रेजुएट युवती बिंदु सिंह को बच्चों को पढ़ाने के लिए रख दिया। अभिभावक संघ हर माह ¨बदु को दो हजार रुपये का भुगतान कर रहा है। यह सिलसिला तीन साल से जारी है।
कागज नहीं, जमीन पर भी सक्रियता: आमतौर पर कागजों में ही सक्रिय रहने वाले अभिभावक संघ ने न सिर्फ 60 बच्चों के भविष्य की चिंता की है। अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराते हुए खेल मैदान भी चकाचक करा दिया है। चंदे के दम पर व्यवस्था की चुनौतियों को चूर-चूर कर रहे इस संघ में सदस्य विजय पाल यादव अध्यक्ष, यशोदा उपाध्यक्ष, अनारा देवी, हीरालाल, रंजीत, ¨डपल, उर्मिला, पूजा, विमलेश, अखिलेश, रामसजीवन ने मिलकर पूरे विद्यालय का सुंदरीकरण कराया है। भरपूर पौधारोपण हर तरफ हरियाली का एहसास करा रहा है। खेल मैदान को जलभराव से मुक्ति दिलाई है। संघ की कोशिश है कि स्कूल में स्मार्ट क्लास का सिलसिला भी शुरू कराया जाए।
प्रधानाध्यापक पवन कुमार तिवारी ने कहा कि प्राइवेट शिक्षक आने से शिक्षण कार्य में पूरा सहयोग मिल रहा है।