सिद्धार्थनगर : बच्चों ने दिखाई वैज्ञानिक अभिरुचि
बच्चों द्वारा सिंगल यूज्ड प्लास्टिक से टाइल्स बनाया गया एवं विद्यालय की छात्र संजना गौड़ और सारिका मिश्र की टीम द्वारा गांव में घर घर भ्रमण कर लोगों को प्लास्टिक बैग व प्लास्टिक से बने अन्य सामग्रियों का उपयोग न करने और कूड़े कचरे के रूप में प्लास्टिक सामग्रियों को न फेंकने के लिए जागरूक किया। ग्रामवासियों को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के प्रति भी सचेत किया गया। प्लास्टिक प्रयोग बन्द कीजिए। घर में पड़े हों तो हमें दीजिये। इस आह्वान के साथ बच्चो ने घर घर भ्रमण कर लोगों को जागरूक करने के साथ ही उनके घरों में पड़े निष्प्रयोज्य प्लास्टिक भी एकत्रित किया जिसका उपयोग बच्चे अपने प्रोजेक्ट के उद्देश्य के अनुसार हस्तनिर्मित टाइल्स बनाने में कर रहे हैं।इस प्रोजेक्ट कार्य का निर्देशन कर रहे गाइड टीचर अंशुमान सिंह ने बताया कि बच्चों ने स्थानीय परिवेश का अवलोकन कर अपने प्रोजेक्ट के लिए समस्या का चयन किया है।इसमें लोगों को प्लास्टिक के नुकसान को बताते हुए प्लास्टिक की उपेक्षा कर प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली अपनाने के लिए जागरूक किया जा रहा है।इसके साथ ही निष्प्रयोज्य प्लास्टिक को इधर उधर न फेंककर कचरे से उपयोगी सामग्री बनाकर इसके पुन: उपयोग के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।बच्चों द्वारा एकत्रित प्लास्टिक बोतलों व पैकेटों को छोटे छोटे टुकड़ों में काटकर उनसे हस्तनिर्मित टाइल्स तैयार किये जा रहे हैं।जिसे विद्यालय में फूल पत्तियों की क्यारियों में सजाने के लिए प्रयोग किया जा सकेगा। एक अन्य प्रोजेक्ट में अंकित शर्मा और अवधेश यादव की टीम द्वारा घरेलू कचरों के उपयोग से कम्पोस्ट खाद तैयार किया गया है।उक्त दोनों प्रोजेक्ट का निर्देशन विज्ञान शिक्षक अंशुमान सिंह कर रहे हैं।इस कार्य में विद्यालय के अन्य बच्चों व शिक्षक रामप्रताप शर्मा,प्रदीप पाण्डेय, शिवकुमार पाण्डेय, मनोज त्रिपाठी, सपना,साजदा खातून द्वारा भी सहयोग किया गया।