कासगंज : ग्रामीणों के शौक में कटौती से संवरेगी बच्चों की शिक्षा
यूं तो जिले में 59 स्कूलों को अधिकारियों को गोद दिया है, लेकिन कुछ अधिकारी हैं जो स्कूलों को लेकर संजीदा हैं। बचपन में गांव के प्राथमिक स्कूल में समस्याओं को देखने वाले परियोजना निदेशक विद्याशंकर पाल जब सोरों के खलीलपुर में अपने गोद लिए हुए स्कूल पहुंचे तो वहां पर उन्हें कई समस्याएं देखने को मिलीं। कुछ बच्चे निर्धन होने के कारण पढ़ाई में पीछे हैं। ऐसे में बच्चों की जरूरत पूरा करने के लिए उन्होंने गांव के लोगों का एक समूह बनाने का फैसला लिया है। गुरुवार को स्कूल में होने वाली प्रबंध समिति की बैठक में समूह पर चर्चा की जाएगी। उनका कहना है कि ग्रामीणों को प्रेरित करेंगे कि हर रोज बीड़ी-सिगरेट में जो धनराशि खर्च करते हैं, उसमें से कुछ धन इस समूह में जमा करें। प्रधान या स्कूल के प्रधानाध्यापक को समूह का अध्यक्ष बनाया जाएगा, ताकि इस धन से बच्चों की जरूरतें पूरी हो सकें।
बच्चों को स्कूल न भेजने वाले माता-पिता से करेंगे बात: स्कूल में जाने के दौरान उन्हें पता चला कि कुछ बच्चे पढ़ने में अच्छे हैं, लेकिन उनके अभिभावक खेत या घर में काम होने पर स्कूल नहीं भेजते हैं। कई बार स्कूल संचालन के दौरान बीच में से ही बुलाकर ले जाते है। ऐसे में गुरुवार को पीओ डूडा विद्याशंकर पाल ने अभिभावकों को बैठक में पढ़ाई का महत्व समझाएंगे।
’>>पीओ डूडा ने बच्चों की जरूरत पूरी करने के लिए बनाई योजना
’>>अभिभावकों के साथ में बैठक कर समूह को देंगे मूर्तरूप