हरदोई : कर्तव्यों को निखारेगी ‘निष्ठा’
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान ने एकीकृत सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम (निष्ठा) के अंतर्गत ब्लॉक स्तरीय शिक्षक प्रशिक्षण कराने की परिषद की कार्ययोजना को अमली जामा पहनाने की दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके तहत खंड शिक्षाधिकारियों से प्राथमिक व जूनियर स्कूलों में कार्यरत सभी प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, शिक्षामित्र, अनुदेशक और कस्तूरबा विद्यालयों के शिक्षक व शिक्षिकाओं की जानकारी निर्धारित प्रारूप पर मांगी है। इसके तहत शिक्षकों को ईमेल आइडी, वॉट्सएप नंबर उपलब्ध कराने होंगे। शिक्षकों द्वारा दिए गए दूसरे की ईमेल आइडी और वॉट्सएप नंबर स्वीकार नहीं किए जाएंगे। प्रत्येक ब्लाक में एक-एक स्टेट रिसोर्स पर्सन (एसआरपी) और पांच-पांच की-रिसोर्स पर्सन (केआरपी) का चयन किया जाएगा, जिसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रत्येक ब्लॉक में पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन होगा, जिसमें चयनित एसआरपी और केआरपी 150 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित करेंगे। इसके बाद अन्य छूटे हुए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों के ज्ञान की होगी परीक्षा: शिक्षकों को पांच दिवसीय प्रशिक्षण देकर उनके शिक्षण कार्य को नई धार प्रदान की जाएगी। निष्ठा योजना से बेसिक शिक्षा में बदलाव के लिए एकीकृत शिक्षक प्रशिक्षण देकर शिक्षकों को समग्र शिक्षा प्रदान की जाएगी। सभी शिक्षकों को अपनी व्यक्तिगत मेल आइडी देनी होगी, जिसे निदेशालय में दर्ज कराया जाएगा। शिक्षकों को वहीं से पासवर्ड दिया जाएगा। प्रश्न-पत्र भी निदेशालय उनके मोबाइल पर भेजेगा। शिक्षक अपनी मेल आइडी के माध्यम से प्रश्नों का जवाब देंगे, जिसका सारा डाटा एनसीईआरटी के पास रिकॉर्ड में दर्ज होगा।
निष्ठा योजनांतर्गत शिक्षकों में समग्र शिक्षा की प्रगति के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। शिक्षकों से ऑनलाइन सवाल पूछे जाएंगे। निष्ठा से सरकार शिक्षा में बदलाव लाना चाहती है। समस्त खंड शिक्षाधिकारियों से कार्यरत शिक्षकों का ब्योरा मांगा गया है।
-वीके दुबे, डायट प्राचार्य
इन विषयों पर होगा प्रशिक्षण
निष्ठा के तहत पूर्व व्यावसायिक शिक्षा पाठ्यक्रम चर्चा और समावेशी शिक्षा, सामाजिक एवं व्यक्तिगत गुणों का विकास, सुरक्षित एवं स्वास्थ्य विद्यालय वातावरण, विद्यालय आधारित मूल्यांकन, स्वास्थ्य एवं कल्याण, शिक्षण अधिगम में आइसीटी का एकीकरण, विद्यालय पूर्व शिक्षा, विद्यालय नेतृत्व, सामाजिक विज्ञान शिक्षा शास्त्र, भाषा एवं विज्ञान शिक्षा शास्त्र विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।