मैनपुरी : मास्साब, अब नहीं चलेगी एमडीएम में उस्तादी
जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में पंजीकृत 1.58 लाख विद्यार्थियों को मिडडे मील देने का प्राविधान है। इसके लिए स्कूलों में चार हजार से ज्यादा रसोइया तैनात हैं। होता ये है कि कागजों पर मिडडे मील लेने वाले छात्रंे की वही संख्या दर्शाई जाती है जितने नामांकन होते हैं। यानी गैरहाजिर छात्रों के नाम पर भी मिडडे मील दर्शाया जाता है। कम आपूतर्ि और ज्यादा खपत दर्शाकर खेल किया जाता है।
इस तरह की हेराफेरी की बेकाबू शिकायतों को देख अंकुश की तैयारी हो गई है। परिषदीय छात्र का आधार बनाया जाएगा। मिडडे मील लेने वाले छात्र का आधार लिंक करना पड़ेगा। इससे गैरहाजिर रहने वाले छात्रंे की संख्या दर्ज नहीं हो पाएगी।
ये की गई व्यवस्था:
हर ब्लॉक स्तर पर आधार बनाने को दो-दो मशीनें उपलब्ध कराई जा रही हैं। दो-दो शिक्षकों को ट्रेनर बनाया जा रहा है। विभागीय जानकार तो कहते हैं कि आने वाले समय में इस व्यवस्था को प्रेरणा एप से लिंक किया जा सकता है।
’>>आधार से लिंक होंगे परिषदीय छात्र, हाजिरी होगी अनिवार्य
’>>हर ब्लॉक को मिलीं दो-दो मशीनें, दो-दो शिक्षक बने ट्रेनर
बेसिक के स्कूलों के छात्रंे के आधार बनाए जाने हैं। नौ ब्लॉकों के लिए 18 मशीन आई हैं। हर ब्लॉक के दो शिक्षक इसके लिए मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण भी ले आए हैं, जल्द काम शुरू होगा।
विजय प्रताप, बीएसए, मैनपुरी