मैनपुरी : चार घंटे, 16 लोग और सवालों की बौछार, अनुष्का हत्या का मामला
एसपी अजय कुमार सीओ प्रयांक जैन और एसडीएम पीसी आर्य के साथ सुबह 10.30 बजे स्कूल पहुंच गए। एसपी ने विद्यालय परिसर का सघनता से निरीक्षण किया। इसके बाद छात्र-छात्रओं, शिक्षक और कर्मचारियांे को अलग-अलग बुलाकर पूछताछ शुरू की। पूछताछ का ये दौर करीब चार घंटे तक चला। कुल 16 लोगों से जानकारी ली गई। खास बात ये रही कि एसपी की कार्यशैली ऐसी रही कि इस पूछताछ के दौरान छात्र-छात्रओं को किसी प्रकार के भय का आभास नहीं हुआ। उधर, एसआइटी के सदस्य और एसटीएफ के सीओ श्यामकांत ने थाना भोगांव पहुंचकर पुलिस के जांच संबंधी अभिलेखों के पन्ने पलटे। विवेचना से जुड़े पुलिसकर्मियों से सवाल-जवाब भी किए। सीओ ने कस्बा के भी कुछ लोगों से इस बाबत संपर्क कर जानकारी जुटाई।
तीन दिन पहले भोगांव पुलिस पॉलीग्राफी टेस्ट कराने के लिए तीन छात्रों, महिला वार्डन और शिक्षक को लखनऊ ले गई थी लेकिन, विधिक अनुमति न होने के चलते उन्हें लौटा दिया गया था। मंगलवार को इंस्पेक्टर भोगांव पहुप सिंह ने सरकारी वकील के माध्यम से किशोर न्यायालय में तीनों छात्रों का टेस्ट कराने की अनुमति के लिए अर्जी दी। महिला वार्डन विश्रुति और शिक्षक डीपी सिंह के पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए पॉक्सो न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया। पॉक्सो कोर्ट ने सुनवाई के बाद बुधवार की तारीख निर्धारित की थी। बुधवार को दोनों अदालतों से पॉलीग्राफी टेस्ट कराने की अनुमति मिल गई है। पॉक्सो कोर्ट ने सप्ताह भर के अंदर पॉलीग्राफी टेस्ट कराने का निर्देश दिया है।
न्यायिक जांच भी नहीं हो सकी पूरी: घटना के बाद तत्कालीन डीएम प्रमोद कुमार उपाध्याय ने एसडीएम भोगांव पीसी आर्या को न्यायिक जांच करने का आदेश दिया था। जांच जल्द पूरी कर रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया गया था। घटना के बाद एसडीएम भोगांव ने तहकीकात शुरू की लेकिन, ढाई महीना बाद भी वे जांच पूरी नहीं कर सके। बुधवार को वे भी विद्यालय पहुंच कर घटना की जांच करते दिखाई दिए। उन्होंने बताया कि अभी जांच की जा रही है।
बुधवार को विद्यालय में वार्डन अमिता सिंह से जानकारी जुटाते एसपी अजय कुमार। वार्डन के पास खड़े प्रधानाचार्य राजेश यादव ’ जागरण
’>>किशोर न्यायालय और पॉक्सो कोर्ट में भोगांव पुलिस ने लगाई थी अर्जी
’>>लखनऊ में होगा तीन छात्रों, महिला वार्डन व शिक्षक का पॉलीग्राफी टेस्ट
एसपी ने विद्यार्थियों को दिया निजी नंबर
एसपी अजय कुमार छात्र-छात्रओं के साथ फ्रेंडली दिखे। उन्होंने छात्र-छात्रओं की समस्याओं को जाना। अपना निजी मोबाइल नंबर देकर कहा कि अपनी कोई भी समस्या उन्हें बेङिाझक बता सकते हैं। उनकी सूचना गोपनीय रखी जाएगी।