मथुरा : बीएड के फर्जी डिग्री धारक 33 शिक्षक बर्खास्त
वर्ष 2016 में विशेष जांच दल (एसआइटी) की जांच में सामने आया था कि डॉ. भीम राव आंबेडकर विवि की वर्ष 2004-2005 की फर्जी बीएड की डिग्री पर प्रदेश में 4700 शिक्षक-शिक्षिकाएं परिषदीय विद्यालयों में नौकरी पा गए। मथुरा में भी बीएड की इसी फर्जी डिग्री पर 59 शिक्षक शिक्षिकाओं के नाम सामने आए थे। जांच के दौरान ही इन्हें इसी साल सितंबर में निलंबित कर दिया गया था। इनमें 34 की अंकतालिका फर्जी थी और 25 की अंकतालिका टेंपर्ड (नंबरों से छेड़छाड़) थी। नवंबर में इन्हें सेवा समाप्ति का नोटिस दिया गया था। 26 नवंबर को पक्ष रखने का मौका दिया गया। सभी ने बनाई गई कमेटी के सामने अपनी बात रखी और खुद को सही बताया। कमेटी के सामने बात रखने के बाद प्राथमिक विद्यालय दौलतगढ़ी में तैनात सहायक अध्यापिका दीपांजलि की अंकतालिका टेंपर्ड में शामिल कर दी गई। अब 33 शिक्षक-शिक्षिकाओं को सरकारी सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। कार्यवाहक बीएसए रामतीर्थ वर्मा ने बताया कि जिन शिक्षक-शिक्षिकाओं की वर्ष 2004-2005 की अंकतालिका फेक थी, उन पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है । टेंपर्ड अंकतालिका की अभी जांच जारी है। ऐसे में दीपांजलि को मिलाकर 26 शिक्षक-शिक्षिकाओं की नौकरी पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
’>>वर्ष 2004-2005 की फर्जी बीएड की डिग्री से बने थे शिक्षक
’>>नंबरों से छेड़छाड़ करने पर 26 की चल रही है जांच