वाराणसी : 500 शिक्षकों को जेल जाना तय
जागरण संवाददाता, वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की डिग्री पर परिषदीय विद्यालयों में अध्यापन कर रहे करीब 500 शिक्षकों की उपाधि फर्जी होने का संदेह है। सूबे के विभिन्न जिलों के सत्यापन में अब तक चार सौ से अधिक अंकपत्र जाली मिले हैं। पूरा होते ही विश्वविद्यालय एसआइटी (विशेष अनुसंधान दल) को रिपोर्ट सौंप देगी। वहीं एसआइटी फर्जीवाड़ा करने वाले अध्यापकों के खिलाफ प्राथमिक दर्ज कराने का निर्णय लिया है।
विश्वविद्यालय के अभिलेखों में हेराफेरी की जांच एसआइटी कर रही है। इसके तहत एसआइटी 65 जिलों में चयनित अध्यापकों के अंकपत्रों व प्रमाणपत्रों का दोबारा सत्यापन करा रही है। विश्वविद्यालय 65 में से 42 जिलों का प्रमाणपत्रों का ही सत्यापन कर चुकी है। अंकपत्रों के सत्यापन में लगभग चार सौ अध्यापकों के अंकपत्र जाली मिल चुके हैं। 23 जिलों के अध्यापकों के अंकपत्र व प्रमाणपत्रों का सत्यापन लंबित है। एसआइटी लंबित अंकपत्रों का सत्यापन इसी माह में पूरा करने का दबाव बनाए हुए हैं। बहरहाल एसआइटी के निर्देश पर विश्वविद्यालय अंकपत्रों का सत्यापन जल्द से जल्द पूरा करने के प्रयास में जुटा हुआ है।
’>>फर्जीवाड़ा में मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी
’एसआइटी का शिकंजा, सत्यापन में तेजी को अध्यक्ष नियुक्त किया