एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

बरेली : सरकारी स्वेटर में हुआ ‘कमीशन का छेद’, फर्म ने भेजे 50 हजार स्वेटर

0 comments

बरेली : सरकारी स्वेटर में हुआ ‘कमीशन का छेद’, फर्म ने भेजे 50 हजार स्वेटर

जागरण संवाददाता, बरेली : बहुत शोर-शराबे के बाद परिषदीय स्कूलों में बच्चों को स्वेटर बंट सके। अब कमीशन के छेद से बच्चों को सर्दी में रहने को मजबूर कर दिया है। जेब गर्म करने के चक्कर में फटे हुए स्वेटर बांटे जाने शुरू हो गए है। स्वेटर की गुणवत्ता इतनी खराब है कि ठंड से बचने की उम्मीद नहीं की जा सकती।

पूर्व माध्यमिक विद्यालय मझौआ गंगापुर में 131 छात्र पंजीकृत है। गुरुवार को स्वेटर वितरण की पहली खेप में 40 स्वेटर पहुंचे। प्रधानाध्यापिका ने आठवीं के छात्रों को स्वेटर बांट दिया। इसमें सात स्वेटर में छेद था। छेद से अंगुली आर-पास हो रही थी। बच्चों ने शिकायत की तो स्वेटर वापस नहीं लिए गए। इसी बीच गांव वाले वहां पहुंच गए। विरोध के चलते प्रधानाध्यापिका ने स्वेटर वापस ले लिए। प्रधानाध्यापिका रजनी पटेल ने बताया कि स्वेटर वापस नहीं लेने का आरोप गलत है। विभागीय अफसरों को जानकारी दे दी है। उधर, नगर शिक्षा अधिकारी देवेश राय ने बताया कि आठवीं कक्षा के छात्र-छात्रओं की लंबाई के अनुसार स्वेटर नहीं होते। ऐसे में बच्चों को थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। स्वेटर में कोई भी कमी होने पर ब्लॉक रिसोर्स सेंटर (बीआरसी) से शिक्षक स्वेटर बदल सकते हैं। फटे हुए स्वेटर वितरण की जानकारी नहीं है। अगर शिक्षिका ने स्वेटर लेने से मना किया है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। वहीं, आपूर्ति पूरी करने के चक्कर में फर्म ने पांच ब्रांड के स्वेटर भेजे हैं। इसमें ओसवाल ग्रीन पैरेंट वाला, ओसवाल कलेक्शन, रोशनी ओसवाल हॉजी, वीपी ओसवाल और जयश्री बालाजी ओसवाल ब्रांड के स्वेटर भेजे हैं। जिनको देखकर गुणवत्ता का अंदाजा लगाया जा सकता है।

फर्म ने भेजे 50 हजार स्वेटर

जासं, बरेली : दैनिक जागरण ने परिषदीय स्कूलों में स्वेटर आपूर्ति में शिथिलता के मुद्दे को प्रमुखता से प्रकाशित किया। जिस पर शासन ने आपूर्ति कर रही फर्म को फटकार लगाई। खबर का संज्ञान लेते हुए सीडीओ ने फर्म का 25 फीसद भुगतान रोक दिया। इस पर फर्म ने 50 हजार स्वेटर भेज दिए। कानपुर की फर्म शुभम हैंडलूम को 16 जिलों में स्वेटर बांटने का जिम्मा मिला है। जिले में 3,37,135 छात्र-छात्रओं को स्वेटर बांटे जाने हैं लेकिन, फर्म ने अंतिम तिथि तक सिर्फ 58764 स्वेटर ही भेजे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।