लखनऊ : नहीं हुई शिक्षकों के खाली पदों की गिनती
52 जिले ऐसे है जिन्हें बार-बार पत्र भेजने के बावजूद भी वहां से खाली पदों का ब्योरा नहीं भेजा जा रहा। ऐसे में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया नहीं शुरू हो पा रही है। इन स्कूलों में शिक्षकों के लगभग 40 फीसद पद खाली चल रहे हैं और विद्यार्थियों को पढ़ाना मुश्किल हो रहा है।
अपर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक शिक्षा) डॉ. महेंद्र देव की ओर से संबंधित मंडल और जिलों के संयुक्त शिक्षा निदेशक व जिला विद्यालय निरीक्षक को भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि यह स्थिति अत्यंत खेदजनक है और बार-बार पत्र भेजने के बावजूद अभी तक शिक्षकों के खाली पदों का ब्योरा नहीं भेजा गया। अभी तक जिन 23 जिलों ने शिक्षकों के खाली पदों का ब्योरा भेजा है उनमें कानपुर नगर, उन्नाव, हरदोई, वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, बरेली, बदायूं, पीलीभीत, मुरादाबाद, बिजनौर, संभल, हमीरपुर, चित्रकूट, सहारनपुर, शामली, मऊ, झांसी, फतेहपुर, महाराजगंज, अलीगढ़, कासगंज और मिर्जापुर शामिल हैं। बाकी 52 जिलों ने अभी तक रिपोर्ट नहीं भेजी है। दरअसल एडेड स्कूलों में शिक्षक व विद्यार्थियों के अनुपात के अनुसार पदों का पुन : निर्धारण किया जाना है और इसके बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। फिलहाल अभी तक शिक्षकों के खाली पदों की गणना पूरी नहीं हो पाई है।
’>> सिर्फ 23 जिलों की टास्क फोर्स ही अभी तक दे पाई रिपोर्ट
’>>माध्यमिक शिक्षा विभाग एडेड स्कूलों में नहीं शुरू कर पा रहा भर्ती