मैनपुरी : शिक्षक और वार्डन का हुआ पॉलीग्राफी टेस्ट, छात्र लौटे
छात्र के दुष्कर्म-हत्याकांड में एसआइटी गठित होने के साथ ही हॉस्टल वार्डन विश्रुति कुमारी, शिक्षक डीपी सिंह और नामजद छात्र सहित तीन नाबालिग छात्रों का पॉलीग्राफी टेस्ट कराने का निर्णय लिया गया था। गुरुवार को पुलिस सभी को लखनऊ ले गई थी। वहां टेस्ट से पहले की मेडकिल जांच आदि प्रक्रिया पूरी की गई थी। शुक्रवार को शिक्षक और वार्डन का टेस्ट पूरा कर लिया गया। वहीं छात्रों का टेस्ट शुक्रवार को न हो पाने की बात कही गई। पुलिस छात्रों को अब शनिवार को मैनपुरी से फिर लखनऊ लेकर जाएगी। उनके साथ उनके अभिभावकों को भी ले जाने की बात कही जा रही है।
तीन दिन अनुमति में फंसा रहा था मामला: पुलिस पहले सभी को सोमवार को ही टेस्ट के लिए लखनऊ लेकर पहुंच गई थी। वहां से न्यायालय की अनुमति न होने के कारण लौटा दिया गया था। फिर मंगलवार और बुधवार को न्यायालय से अनुमति लेने की प्रक्रिया चली। फिर अनुमति मिलने के बाद गुरुवार को रवानगी हुई थी।
सबके लिए अलग-अलग प्रश्नावली हुई हैं तैयार: पॉलीग्राफी टेस्ट को प्रत्येक के लिए अलग-अलग प्रश्नावली तैयार हुई हैं। इसमें जांच टीम ने अपने घटना से जुड़ी जानकारी निकालने के हिसाब से प्रश्न शामिल किए हैं। वहीं टेस्ट के दौरान टेस्ट लेने वाली टीम भी अपने स्तर से कुछ सवाल करती है।
गुरुवार को पांच आरोपितों को लखनऊ लेकर गई थी पुलिस शुक्रवार को बिना टेस्ट वापस आए छात्र, आज फिर जाएंगे