लखनऊ : इंटर में फेल दे सकेंगे कंपार्टमेंट परीक्षा
यूपी बोर्ड में राष्ट्रीय अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) का पाठ्यक्रम लागू करने के बाद अब परीक्षा के पैटर्न में भी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) व काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीई) की तर्ज पर बदलाव किया जाएगा। सीबीएसई में अंग्रेजी विषय में पास होने पर दो विषय में फेल होने पर भी कंपार्टमेंट परीक्षा की सुविधा मिलती है। वहीं सीआइएससीई में अंग्रेजी सहित दो विषय में पास होने पर विद्यार्थी को बाकी विषयों में कंपार्टमेंट परीक्षा देने की सुविधा दी जाती है। उनकी मार्कशीट में यह नहीं लिखा जाता कि वह कंपार्टमेंट परीक्षा देकर पास हुए हैं।
यूपी बोर्ड की परीक्षा सिर्फ 14 दिनों में खत्म होगी। पहले एक विषय के दो-दो पेपर थे, अब इसे एक-एक किया गया है। बोर्ड परीक्षा की मानीटरिंग वेबकॉस्टिंग के माध्यम से होगी। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि कोचिंग संस्थानों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए जल्द कोचिंग अधिनियम बनाया जाएगा।
वचरुअल क्लास की सुविधा नए सत्र से : सरकारी माध्यमिक स्कूलों में नए सत्र से ऑनलाइन कक्षाएं पढ़ाई जाएंगी। हर जिले में इसके लिए पांच-पांच शिक्षकों का चयन किया जाएगा। इससे शिक्षकों की कमी होने पर पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी। यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी, वॉयस रिकार्डर और राउटर लगाए जा रहे हैं। आगे यह वचरुअल क्लास में तब्दील हो जाएंगे।
अभी हाईस्कूल में ही थी सुविधा, अब दो विषयों में फेल छात्र दे सकेंगे परीक्षा
कोचिंग संस्थानों पर शिकंजा कसने के लिए बनेगा अधिनियम : दिनेश शर्मा
कापियां ऑनलाइन नहीं आरटीआइ से देखें
यूपी बोर्ड के टॉपर्स की कापियां ऑनलाइन न हो पाने पर मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि टॉपर्स के साथ-साथ सभी विद्यार्थियों की कापियां ऑनलाइन करनी होंगी जो संभव नहीं है। ऐसे में सूचना का अधिकार अधिनियम (आरटीआइ) के माध्यम से कापियां देखी जा सकती हैं।