प्रयागराज : ‘कायाकल्प’ के तहत गोद लिए परिषदीय स्कूलों में होंगे काम
जासं, प्रयागराज : अफसरों के गोद लिए जिले के 91 परिषदीय विद्यालयों में ‘कायाकल्प’ के तहत पठन-पाठन और आधारभूत सुविधाओं से संबंधित कार्य कराए जाएंगे। इसके लिए सभी अफसरों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। स्कूलों में जरूरतों के आधार पर प्रस्ताव भी तैयार करने के लिए कहा गया है जिससे 14 वें और 16 वें वित्त के बजट से काम कराए जा सके।
दरअसल, परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन और संसाधनों को बेहतर करने के मकसद से मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) प्रेम रंजन सिंह की ओर से नई पहल की गई। उनके सुझाव पर जिले स्तर के अफसरों ने 91 परिषदीय विद्यालयों को गोद लिया है। सीडीओ ने स्वयं प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय, न्यू कटरा को गोद लिया है।
जबकि विकास भवन के लगभग सभी विभागों के शीर्ष अफसरों के अलावा बीएसए, डीआइओएस द्वितीय, प्रत्येक खंड शिक्षा अधिकारियों एवं खंड विकास अधिकारियों ने एक-एक स्कूलों को गोद लिया है। इन स्कूलों को आदर्श बनाने के लिए प्रत्येक विद्यालय में बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय, प्रत्येक शौचालय में ओवरहेड टैंक से जुड़े पानी की आपूर्ति, बहुउद्देश्यीय (मल्टीपल) हैंडवॉश की व्यवस्था, कक्षा-कक्षाओं एवं बरामदों में टाइल्स, शुद्ध पेयजल, पौधारोपण और पोषण वाटिका, बिजली, पंखे, चहारदीवारी, फर्चीनर, नियमित सफाई, पुस्तकालय और खेलकूद सामग्री, बच्चों के लिए पहचान पत्र आदि व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के लिए कहा था लेकिन इन कार्यो को कराने के लिए बजट का प्रावधान न होने से असमंजस की स्थिति थी। अफसरों को सप्ताह में एक दिन क्लास भी लेना है।
जरूरतों के आधार पर विद्यालयों में प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा गया
कहां कितने विद्यालय लिए गए हैं गोद
नगर क्षेत्र-05, कौड़िहार-01, कौड़िहार प्रथम-01, कौड़िहार द्वितीय-03, चाका-09, जसरा-05, करछना-03, बहादुरपुर-12, सैदाबाद-03, सोरांव-12, मऊआइमा-03, फूलपुर-02, हंडिया-03, कौंधियारा-02, कोरांव-03, बहरिया-03, मेजा-03, बारा-01, मांडा-02, होलागढ़-02, शंकरगढ़-02, धनूपुर-02, उरुवा-02, कोरांव-02, प्रतापपुर-02, सैदाबाद-03।
परिषदीय विद्यालयों को अफसरों ने लिया है गोद
कायाकल्प के तहत परिषदीय विद्यालयों में संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सभी व्यवस्था होने से शिक्षा व माहौल में बदलाव आएगा।
संजय कुमार कुशवाहा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।
वें व 16 वें वित्त के बजट से कराया जाएगा काम