लखनऊ : परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को मिलेगी स्मार्ट क्लास
यह जानकारी गुरुवार इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में आयोजित देश की सबसे बड़ी स्कूल समिट के दौरान महानिदेशक स्कूल शिक्षा उत्तर प्रदेश विजय किरण आनंद ने दी। शासन से बजट पास होते ही इन ¨बदुओं पर काम शुरू हो जाएगा। परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को तकनीकि ज्ञान देने और पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने हेतु यह व्यवस्था स्कूलों में लागू की जाएगी।
स्कूल की बिल्डिंग से लेकर कक्षाएं दे रहीं पर्यावरण का संदेश : समिट में आए अहमदाबाद एसजी हाईवे स्थित ग्लोबल ग्रीन स्कूल के संस्थापक वीरेंद्र रावत के विद्यालय से लेकर वहां की कक्षाएं तक पर्यावरण का संदेश दे रही हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल के कक्षों का आकार पर्वतों की तरह दे रखा है। प्रति बच्चे के नाम से विद्यालय में चार पेड़ हैं। बच्चों की ड्रेस शुद्ध कॉटन की है। जिससे उन्हें हर समय आक्सीजन मिलती रहती है। ऐसे माहौल से बच्चे हर समय पर्यावरण के माहौल में रहते हैं। कक्षाओं के नाम भी प्रकृति पर आधारित हैं।
’>>पहले फेस में 4500 विद्यालयों में शुरू होगी स्मार्ट क्लास व्यवस्था
’>>तकनीक से होगा बच्चों को आमना-सामना, स्कूलों को मिलेंगे टैबलेट
‘समग्र शिक्षा अभियान के तहत परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को हाईटेक टेक्नॉलाजी से जोड़ने के लिए स्मार्ट क्लास की व्यवस्था शुरू की जा रही है। पहले चरण में 4500 विद्यालयों में यह व्यवस्था होगी। स्कूलों को टैबलेट भी दिए जाएंगे।’
-विजय किरण आनंद, महानिदेशक स्कूल शिक्षा उत्तर प्रदेश
लाइब्रेरी में होगी कोर्स से संबंधित और ज्ञानवर्धक पुस्तकें
लाइब्रेरी में बच्चों के कोर्स के अलावा ज्ञान वर्धक पुस्तकें होंगी। इनमें महापुरुषों की कहानियों से संबंधित, स्पोर्ट्स, व्यायाम की पुस्तकें भी शामिल हैं। उनके रख-रखाव की जिम्मेदारी स्कूल के प्रिंसिपल और अध्यापकों की होगी।