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बदायूं : साहब! बच्चों पर इतना भी जुल्म मत ढहाओ, सर्दी में फर्नीचर का तो इंतजाम करवाएं

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बदायूं : साहब! बच्चों पर इतना भी जुल्म मत ढहाओ, सर्दी में फर्नीचर का तो इंतजाम करवाएं

हिन्दुस्तान संवाद,बदायूंUpdated: Tue, 17 Dec 2019 01:27 PM 

कड़ाके की ठंड में भी कई सरकारी स्कूलों में बच्चे टाट पर बैठ कर शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर हो रहे हैं। दरअसल अभी भी कई स्कूलों में पर्याप्त डेस्क नहीं हैं। इसके चलते बच्चों को ठंड में ठिठुरना पड़ रहा है।बीते कुछ दिनों में अचानक से मौसम बदल गया है साथ शीतलहर का प्रकोप भी है। ठंड के कारण लोग अपने घर में ठिठुर रहे है, लेकिन ऐसी हालत में भी सरकारी स्कूल के विद्यार्थी घना कोहरे के बावजूद जमीन पर टाट बिछाकर शिक्षा हासिल करने को मजबूर है। इसका सबसे बड़ा कारण सरकारी स्कूलों में डेस्क की सुविधा नहीं होना है। ज्यादातर सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के बैठने के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से टाट दिए गए हैं। सर्दियों में टाट पर बैठना काफी मुश्किल होता है।

कई सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए इमारत की भी व्यवस्था नहीं है। इन स्कूलों में कई कक्षाएं बाहर बरामदे पर चलाई जाती है। कई स्कूलों की इमारतों के शीशे टूट चुके हैं, जिसके कारण कोहरा और ठंडी हवा इमारत के अंदर पहुंच जाती है। बीते सत्र में जिले के कुछ विद्यालयों में शासन की ओर से आए बजट से फर्नीचर को सप्लाई किया गया। जिसमें भी घपला कर दिया गया। बीएसए कार्यालय में रखा फर्नीचर का सैंपल और स्कूल में डाले गए फर्नीचर में जमीन आसमान का अंतर है। ऐसे में स्कूल में फर्नीचर होने के बाद भी बच्चे इसका लाभ नहीं ले पा रहे हैं।

शासन की ओर जितने विद्यालयों में फर्नीचर उपलब्ध कराने के लिए बजट भेजा गया था। सभी विद्यालयों में फर्नीचर उपलब्ध है। जिले के अधिकतर विद्यालयों में फर्नीचर नहीं है। इसके लिए शिक्षकों को निर्देशित किया जा रहा है।
रामपाल सिंह राजपूत, बीएसए

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