लखनऊ : शिक्षा में समानता न होने से नागरिकों में समानता की भावना पैदा करना चुनौती: मुख्यमंत्री योगी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, लखनऊ ।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम समरता की बात करते हैं। संविधान ने हमें समानता का अधिकार भी दिया है पर शिक्षा में समानता अब तक नहीं मिल पाई है। शिक्षा अलग दायरे में कैद होकर रह गई है। शिक्षा में समानता न होने से नागरिकों में समानता की भावना पैदा करना एक चुनौती है।विज्ञापन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान मे आयोजित स्कूल समिट में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्रदेशों में समान पाठ्यक्रम लागू करने की पहल करनी होगी। पाठ्यक्रम अलग-अलग होने से अखिल भारतीय प्रतियोगी परीक्षा में राज्य शिक्षा बोर्ड के बच्चे पीछे रह जाते हैं।
योगी ने कहा कि धर्मार्थ संस्था और जनसहभागिता से ही स्कूलों की शिक्षा में सुधार आ सकता है। उन्होंने बताया कि कायाकल्प अभियान से प्रदेश में 90 हजार स्कूलों में अवस्थापना सुविधा उपलब्ध कराई गई है। स्कूल चलो अभियान से तीन साल में 50 लाख बच्चों की संख्या में वृद्घि हुई है।
इसके पहले दो दिवसीय समिट का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस दौरान कार्यक्रम में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश चंद्र द्विवेदी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
योगी ने कहा कि धर्मार्थ संस्था और जनसहभागिता से ही स्कूलों की शिक्षा में सुधार आ सकता है। उन्होंने बताया कि कायाकल्प अभियान से प्रदेश में 90 हजार स्कूलों में अवस्थापना सुविधा उपलब्ध कराई गई है। स्कूल चलो अभियान से तीन साल में 50 लाख बच्चों की संख्या में वृद्घि हुई है।
इसके पहले दो दिवसीय समिट का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस दौरान कार्यक्रम में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश चंद्र द्विवेदी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।