फर्रुखाबाद : सीडीओ, बीएसए सहित छह के खिलाफ मामला दर्ज
शहर कोतवाली की गंगानगर कॉलोनी निवासी हरिशरण त्रिवेदी ने न्यायालय में दायर की याचिका में कहा कि मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र पेंसिया, तत्कालीन बीएसए रामसिंह, कमालगंज खंड शिक्षा अधिकारी रंगनाथ चौधरी, नगर क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी संजय शुक्ला, प्रभारी बीएसए रमेश चंद्र जौहर व लिपिक मनोज कुमार श्रीवास्तव ने आपस में साठगांठ कर ली। 21 जून को तत्कालीन बीएसए रामसिंह उनकी पुत्री सरिता त्रिवेदी के कार्यालय में आकर बैठ गए और तीन लाख रुपये की मांग की। इस पर पुत्री ने कहा कि वह न तो रिश्वत लेंगी और न ही किसी को रिश्वत देंगी। इस पर बीएसए नाराज हो गए और झूठी कार्रवाई में फंसाने की धमकी देकर चले गए। इसके बाद आरोपितों ने उनकी पुत्री का कार्यालय से मोबाइल गायब करा दिया और मोबाइल में मौजूद साक्ष्य नष्ट करा दिए।
अधिकारियों ने अनावश्यक कार्य को लेकर पुत्री के निजी 50 हजार रुपये खर्च करा दिए। कई पत्रवलियों में ओवर राइटिंग कर हेराफेरी की गई। 30 सितंबर को बीएसए व अन्य एबीएसए ने मिलकर कार्यालय में रखी अलमारी का ताला तोड़ दिया और पांच हजार रुपये व अन्य पत्रवलियां चोरी कर लीं। इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की गई तो कोई कार्रवाई नहीं की गई। सीजेएम ने मामला दर्ज कर तिथि नियत की है।
जासं, फरुखाबाद : न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में दो मुकदमे बुधवार को दर्ज कर लिए।शहर कोतवाली पुलिस ने मोहल्ला सलावत खां निवासी कृपाशंकर की ओर से मऊदरवाजा थाना क्षेत्र के गांव न्यामतपुर सरैया निवासी लज्जाराम, झब्बूलाल, गांव रामपुर निवासी देशराज की पत्नी दर्शना, जनपद शाहजहांपुर के गांव चिनौर निवासी श्यामपाल की पत्नी सरला के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। कृपाशंकर का आरोप है कि लज्जाराम व झब्बूलाल ने खुद को उनके पिता का बेटा दर्शाकर भूमि का बैनामा कर दिया।
मऊदरवाजा थाना पुलिस ने गांव अजमतपुर निवासी ऋषभ कुमार की ओर से निधि क्रेडिट कोआपरेटिव लिमिटेड के कई अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया। जिसमें उन्होंने कहा है कि वह कंपनी में कंप्यूटर आपरेटर व ब्रांच मैनेजर पद पर रहे। करीब 200 कार्यकर्ताओं ने 1500 सदस्य बनाए, जिन्होंने कंपनी में लगभग दो करोड़ 25 लाख रुपये का निवेश किया। कंपनी के सीईओ नितेश श्रीवास्तव व डायरेक्टर गुंजन बाबू सक्सेना आदि ने अधिक ब्याज देने का लालच देकर रुपयों की ठगी कर ली।
जागरण संवाददाता, फरुखाबाद : खंड विकास अधिकारी व पंचायत रजिस्ट्रार सहित चार लोगों के खिलाफ मतदाता सूची व परिवार रजिस्टर में फर्जी नाम अंकित करवाकर धोखाधड़ी करने के आरोप में याचिका दायर की गई। सीजेएम ने घटना के संबंध में कमालगंज थाना पुलिस से आख्या तलब की है।जहानगंज थाना क्षेत्र के गांव बंथलशाहपुर निवासी नन्हेंलाल ने न्यायालय में दायर की याचिका में कहा कि गांव में सोनेलाल के नाम से मकान व भूमि है। सोनेलाल की मृत्यु हो चुकी है। गांव के ही निवासी रामसरन व सतीश ने पंचायत रजिस्ट्रार कंचन व खंड विकास अधिकारी कमालगंज से साठगांठ कर ली। सोनेलाल के नाम के स्थान पर अपना नाम मतदाता सूची व परिवार रजिस्टर में अंकित करा लिया। इसी आधार पर भूमि के फर्जी दस्तावेज भी तैयार कर लिए। आरोपितों ने भूमि पर कब्जा करने का प्रयास किया तो घटना की जानकारी हुई। इस मामले में सीजेएम ने पुलिस से आख्या तलब की है।
दो लेखपालों के खिलाफ न्यायालय में मामला:शमसाबाद थाना क्षेत्र के गांव कुरार निवासी अर¨वद कुमार ने न्यायालय में दायर की याचिका में कहा कि तहसील कायमगंज में कार्यरत लेखपाल रमाकांत गुप्ता व कृष्णकांत गंगवार ने उनके पिता के नाम दर्ज भूमि के अभिलेखों में हेराफेरी कर दूसरे लोगों की खतौनी में अंकित करा दी। खतौनी के आधार पर आरोपितों ने 10 दिसंबर को भूमि पर कब्जे का प्रयास किया। जब उन्होंने भूमि अपने नाम दर्ज कराने का प्रयास किया तो उन्हें धमकाकर भगा दिया गया। इस मामले में सीजेएम ने पुलिस से आख्या तलब की है।
शहर कोतवाल समेत नौ के खिलाफ याचिका
जासं, फरुखाबाद : आवास विकास कालोनी निवासी सुनीता ने न्यायालय में दायर याचिका में कहा कि पांच अक्टूबर को बढ़पुर मंदिर में पूजा कर रही थी। इसी बीच मसेनी चौराहा निवासी सुलक्षणा सिंह, बढ़पुर निवासी श्रद्धा पांडेय, बबली, गुड्डी व बालाजी पुरम निवासी नीलम से मंदिर में ही कहासुनी होने लगी। सभी महिलाओं ने उनके साथ धक्का-मुक्की कर मारपीट कर दी और उनका मंगल सूत्र तोड़ लिया। 112 नंबर पर सूचना दी। पुलिस ने उनका लोहिया अस्पताल में चिकित्सीय परीक्षण भी कराया। शहर कोतवाली ने उनकी तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज नहीं की। मंदिर के अध्यक्ष विनोद व छोटेलाल ने भी आरोपितों का ही साथ दिया। इस मामले में सीजेएम ने पुलिस से आख्या तलब की है।
नगरपालिका ईओ व कर्मचारी के खिलाफ याचिका
जासं, फरुखाबाद: अभिलेखों में हेराफेरी व अवैध वसूली की मांग करने के आरोप में नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ न्यायालय में याचिका दायर की गई। मऊदरवाजा थाना क्षेत्र के जसमई दरवाजा निवासी विजय सिंह ने न्यायालय में दायर की याचिका में कहा कि उनके पिता ने जसमई दरवाजा स्थित भूमि का बैनामा 18 मार्च 1999 को कराया था। नगरपालिका के कर्मचारी भवानी शंकर ने विरोधियों से साठगांठ कर ली और उनकी भूमि के फर्जी दस्तावेज तैयार करा दिए। उन्होंने अधिशासी अधिकारी रश्मि भारती से शिकायत की तो उन्होंने भी अपने कर्मचारी व विरोधियों का ही समर्थन किया।