प्रयागराज : पेपर लीक की झूठी सूचना पर तत्काल होगी कार्रवाई
राज्य ब्यूरो, प्रयागराज: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) 2019 में पेपर लीक की अफवाह फैलाना भारी पड़ेगा। सोशल मीडिया पर पेपर लीक के लिए झूठे प्रश्नपत्र वायरल करने वालों पर भी कार्रवाई की तैयारी है। शासन इस संबंध में जल्द ही नए निर्देश जारी करेगा। साथ ही सभी जिलों के डीएम को वीडियो कांफ्रेंसिंग में सख्त निर्देश दिए जाएंगे।
यूपी टीईटी इस बार 22 दिसंबर को हो रही है। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर की अलग-अलग परीक्षाओं के लिए प्रदेश में 1986 केंद्र बनाए गए हैं। इसमें शामिल होने के लिए 16.45 लाख ने आवेदन किया है, उनके प्रवेशपत्र भी जारी हो चुके हैं। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के प्रस्ताव पर शासन परीक्षा के दौरान मोबाइल पर अंकुश लगाने का निर्देश जारी कर चुका है। इम्तिहान के समय पर्यवेक्षक और केंद्र व्यवस्थापक तक स्मार्ट फोन लेकर प्रवेश नहीं कर सकेंगे, वहीं केंद्र के आसपास धारा 144 लगाने का भी प्रबंध किया गया है। परीक्षा संस्था इस बार भी केंद्रों के प्रवेश द्वार की वीडियो रिकॉर्डिग कराने की तैयारी में है।
आठ दिसंबर को सीटेट हुआ। इसमें कानपुर में पेपर लीक का आरोप लगा है। ऐसे में यूपी टीईटी में ऐसी नौबत न आए इसके लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष भी इम्तिहान शुरू होते ही कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र वायरल करके दावा किया था कि पेपर आउट हो गया, हालांकि जांच में वह फर्जी निकला। इसके बाद भी अभ्यर्थियों के एक वर्ग ने लंबे समय तक पेपर आउट होने का जमकर आरोप लगाया था।