गोरखपुर : एक-दूसरे को बचाने में गई शिक्षक व मजदूरों की जान
सिंघड़िया मोहल्ले में ओमप्रकाश पांडेय के घर के प्रथम तल पर सीढ़ी की खिड़की में ग्रिल लगाई जा रही थी। ग्रिल को पकड़े मजदूर उसे संभाल नहीं पाए। ग्रिल का ऊपरी हिस्सा तार से सट गया। इस वजह से दिवाकांत पांडेय और दो मजदूरों की मौत हो गई तथा दो अन्य मजदूर झुलस गए हैं।
तीन भाई-बहनों में बड़े थे दिवाकांत : दिवाकांत उरुवा विकास खंड के रामपुर सनहा स्थित जूनियर हाईस्कूल में सहायक अध्यापक थे। घर पर मजदूर लगे होने की वजह से गुरुवार को उन्होंने अवकाश ले रखा था। तीन भाई-बहनों में वह सबसे बड़े थे। उनसे छोटा भाई रजनीकांत रांची के विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। उनकी दो मार्च को शादी होनी है। दिवाकांत की शादी वर्ष 2012 में हुई थी। वर्ष 2014 में पहली बेटी पैदा हुई थी। वर्ष 2015 में उन्हें शिक्षक की नौकरी मिल गई। अभी 20 दिन पहले ही उनकी दूसरी बेटी का जन्म हुआ था। दिवाकांत शुरू से ही पढ़ने में काफी होनहार और मिलनसार प्रवृत्ति के थे। उनके निधन की खबर फैलने के बाद साथी शिक्षकों में शोक लहर दौड़ गई है। दिवाकांत के पिता अर्धसैनिक बल में थे। दो साल पहले ही रिटायर हुए।