बागपत : निलंबित शिक्षिका का अदालत में सरेंडर
जासं, बागपत : स्कूल में कक्षा तीन की छात्र से हुए दुष्कर्म के मामले में साक्ष्य छिपाने की आरोपित निलंबित शिक्षिका ने सोमवार को अदालत में पुलिस को चकमा देकर आत्मसमर्पण कर दिया। रमाला थाना प्रभारी महीपाल सिंह का कहना है कि आरोपित शिक्षिका ने पुलिस दबाव से कोर्ट में सरेंडर किया है, जहां से शिक्षिका को न्यायिक अभिरक्षा में मेरठ जेल भेजा गया।
रमाला थाना क्षेत्र के एक गांव के प्राथमिक विद्यालय के बाथरूम में कक्षा तीन की छात्र के साथ गत 16 अगस्त को कक्षा पांच के छात्र ने दुष्कर्म किया था। स्कूल स्टाफ और पुलिस ने मामले को दबा दिया था और पीड़ित परिवार पर दबाव बनाकर पुलिस ने अपने अनुसार उनकी वीडियो बना ली थी। छात्र की हालत बिगड़ने पर मामला सुर्खियों में आया तो घटना का पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। एसपी प्रताप गोपेंद्र यादव ने तत्कालीन रमाला थाना प्रभारी नरेश कुमार को सस्पेंड कर दिया था। वहीं, बीएसए ने स्कूल की प्रधान अध्यापिका और एक सहायक अध्यापिका को निलंबित किया था। पुलिस ने आरोपित छात्र को गिरफ्तार किया गया था। अदालत से आरोपित को न्यायिक अभिरक्षा में मेरठ बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया था। पुलिस ने केस की विवेचना के आधार पर निलंबित शिक्षिका को साक्ष्य छिपाने के आरोप में केस में शामिल कर लिया था। आरोपित शिक्षिका की हाईकोर्ट से जमानत अर्जी खारिज हो गई थी। उसके अदालत से गिरफ्तारी वारंट हो गए थे।