सहारनपुर : मिड-डे मील की जांच को स्कूलों में छापेमारी
जागरण संवाददाता, सहारनपुर: मुजफ्फरनगर के एक स्कूल में मिड-डे-मील में चूहा निकला तो सहारनपुर का जिला प्रशासन भी अचानक जाग गया। पूरे जिले में मिड-डे-मील की गुणवत्ता का परीक्षण करने के लिये चेकिंग अभियान चलाया गया। जिला, तहसील व ब्लाक स्तरीय अधिकारियों ने स्कूलों में पहुंचकर मिड-डे-मील की जांच की, इस दौरान चूहे की घटना से जिले का बेसिक शिक्षा विभाग पहले से ही अलर्ट मोड में था।
जिले भर के स्कूलों में निरीक्षण की संभावनाओं का मेसेज फ्लैश था, इसलिये अफसरों की टीम छापेमारी को पहुंची तो प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूलों में नजारा बिल्कुल बदला मिला। गुणवत्ता खराब होने के बजाय आज स्कूलों में पौष्टिक भोजन बना था, भोजन में किसी प्रकार की कोई कमी भी नहीं थी। मैन्यू का पालन भी पूरी तरह किया गया था। भोजन भी सलीके से बर्तनों में परोसा गया था।
बच्चे भी भोजन करने के बाद पूरी तरह संतृप्त थे। ऐसे में कमियों के अभाव में अफसर छोपमारी में कोई कमी नहीं होने पर चेतावनी महज देकर लौट आए।
मिड-डे मील में नहीं मिली कोई कमी
सड़क दूधली में बीएसए रामेंद्र कुमार व जिला समन्वयक मिड-डे-मील अतुल कुमार ब्लॉक पुंवारका के गांव जमालपुर पहुंचक मिड-डे-मील का निरीक्षण किया।
यहां सब कुछ सामान्य था। अफसरों ने ग्राम प्रधान परवेज आलम व रसोइयों को मिड-डे-मील की गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए। साथ ही रसोई में साफ-सफाई व बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण भोजन बनाने के आदेश दिए। इसके बाद सड़क दूधली के स्कूल का निरीक्षण किया गया। इस स्कूल में रमसा समाज कल्याण नामक एनजीओ मिड-डे-मील सप्लाई करता है। दोनों जगहों पर मिड-मील-को लेकर अधिकारी संतुष्ट नजर आए।
रामपुर मनिहारान में एसडीएम एसपी सिंह व बीडीओ एसपी सिंह ने गांव लंढोरा गुज्जर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय व अन्य विद्यालयों में पहुंचकर मिड-डे-मील की गुणवत्ता की जांची। एसडीएम ने बच्चों से मिड-डे-मील में मिलने वाले खाने के बारे में जानकारी ली। खाने में प्रयोग होने वाले घी, तेल, मसालों की जांच के अलावा सफाई रखने के निर्देश दिए। एसडीएम कहा सभी विद्यालय प्रतिदिन मिड-डे-मील में बनने वाले खाने का सैंपल सुरक्षित उस समय तक रखेंगे जब तक स्कूलों की छुट्टी न हो। उन्होंने रसोई की सफाई व्यवस्था सहित अन्य आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बडग़ांव क्षेत्र के कई प्राथमिक व जूनियर स्कूलों में पूर्ति निरीक्षक मदन सिंह ने मिड-डे-मील के भोजन व मिर्च मसालों की जांच की। वह गांव सहजी, चंदपुर मेहता, कुतबा, भगवानपुर व अंबेहटा चांद के स्कूलों में पंहुचे। उन्होंने आटा, चावल, दूध आदि खाद्य सामग्री की भी जांच की। गागलहेड़ी में प्राथमिक विद्यालय में नायब तहसीलदार अनिल कुमार ने प्राथमिक विद्यालय मिड-डे-मील व दिए जा रहे दूध की गुणवत्ता चेक की। जांच में सब सही पाया गया। टीम ने रसोई का भी निरीक्षण किया। साथ ही मिड डे मिल से सम्बंधित पंजिका की भी जांच की। नानौता में एसडीएम एसपी सिंह व बीडीओ डा. एसपी सिंह द्वारा क्षेत्र के गांव लंढौरा के पूर्व माध्यमिक विद्यालय पहुंचकर मिड-डे-मील की जांच की गई। बीडीओ ने बताया कि स्कूल में मीनू के हिसाब से तहरी बनाई गई।
जिला-तहसील स्तरीय अधिकारियों की जांच, अधिकारियों ने स्कूलों को दिए दिशा निर्देश