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हरदोई : खातों में कैद धनराशि, बच्चों का पूरा न हो सका सपना, आपसी खींचतान बनी खरीद में रोड़ा

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हरदोई : खातों में कैद धनराशि, बच्चों का पूरा न हो सका सपना, आपसी खींचतान बनी खरीद में रोड़ा

जासं, हरदोई : अब इसे सिस्टम का खेल कहें या फिर जिम्मेदारों की अनदेखी, लेकिन लाखों की धनराशि खातों में पड़ी है और बच्चों के सपने कैद होकर रह गए। बच्चों में विज्ञान के प्रति रुचि हो और भविष्य में वैज्ञानिक बन सकें। कुछ ऐसी ही मंशा के साथ वर्ष 2016 में 1027 जूनियर हाई स्कूलों में विज्ञान किट खरीदने के लिए 82 लाख रुपये भेजे गए थे। कमीशन खेल में धनराशि फंसकर रह गई और एक लाख से अधिक बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल पाया।

परिषदीय जूनियर हाई स्कूलों में विद्यार्थियों को विज्ञान विषय में सहयोग और उन्हें किताबी ज्ञान के साथ प्रयोगात्मक कार्य करने के लिए प्रेरित करने को विज्ञान किट खरीदी जानी थी। प्रति विद्यालय आठ हजार रुपये के हिसाब से जिले को 82 लाख 16 हजार रुपये ग्राम शिक्षा निधि के खातों में भेजे गए थे। शुरूआत में खरीद हुई, लेकिन कुछ जगह मामला फंसा तो सभी ने इससे दूरी बना ली। विद्यालय प्रबंध समिति, विभागीय जिम्मेदारों और कार्यदायी संस्था के बीच सामंजस्य नहीं बना। इससे आज तक उपकरणों की खरीद नहीं हो सकी है और जिले के एक लाख 16 हजार 733 विद्यार्थी लाभ से वंचित है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंतराव का कहना है कि धनराशि काफी पुरानी है। बीईओ से इस धनराशि का विवरण मांगा गया है।

यह खरीदी जानी थी सामग्री : विज्ञान किट में परखनली,बीकर, ब्यूरेट्, पिपेट, स्प्रिट, क्लेप, केमिकल आदि की खरीद की जानी थी। इसके साथ की किट में गणित विषय के आयात,त्रिभुज, बेलन, गोला आदि की आकृतियां भी ली जानी थी। कुल किट में 132 उपकरण खरीदे जाने थे। जिससे विद्यार्थी उनके विषय में जान सके और उनका प्रयोग कर सके।

विकास खंड वार लाभ से वंचित रह गए बच्चे

ब्लाक>>विद्यार्थी कक्षा

(छह से आठ तक)

अहिरोरी- >>6756

बावन ->>9040

बेंहदर - >>3717

भरावन->>5852

भरखनी ->>8064

बिलग्राम- >>4746

हरियावां - >>7709

हरपालपुर ->>5385

कछौना->>3564

कोथावां ->>4439

माधौगंज- >>4088

मल्लावां- >>2502

पिहानी->>8369

सांडी ->>6148

संडीला->>6391

शाहाबाद->>7535

सुरसा ->>7195

टड़ियावा ->>8190

टोडरपुर->>5803

नगर क्षेत्र पिहानी->>56

नगर क्षेत्र सांडी ->>238

नगर क्षेत्र बिलग्राम- >>148

नगर क्षेत्र हरदोई- >>302

नगर क्षेत्र संडीला->>348

नगर क्षेत्र शाहाबाद->>49

इनको मिलना था लाभ

विज्ञान किट के माध्यम से कक्षा छह से आठ तक के विद्यार्थियों को प्रयोग कराए जाने थे। जिनकी संख्या जिले में एक लाख 16 हजार 634 है।

आपसी खींचतान बनी खरीद में रोड़ा

विभाग की ओर से खरीद के लिए विद्यालय प्रबंध समिति को खरीद करनी थी। उसको पंजीकृत संस्था से कोटेशन लेने थे और उसके आधार पर निम्न दर वाली फार्म से खरीद करनी थी। मगर विभाग की ओर से इसका केंद्रीयकरण कर दिया गया। मुख्यालय से कार्यदायी संस्था नामित कर दी गई। संस्थाओं की ओर से कुछ विद्यालयों में किट भेजी गई। जो मानक विहीन थी। जिस पर प्रबंध समिति ने लेने से इनकार कर दिया। इससे किट की खरीद अटक गई।

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