सहारनपुर : बच्चों को नहीं बांटे स्वेटर, पूरे स्टाफ का वेतन रोका
जासं, सहारनपुर: बीएसए रमेंद्र कुमार सिंह ने औचक निरीक्षण में पाया कि स्कूल में केवल 40 फीसदी छात्र उपस्थित थे तथा स्वेटर वितरण नहीं किया गया था। उन्होंने पूरे स्टाफ का वेतन अगले आदेश तक रोक दिया। एक अन्य स्कूल में भी अनुपस्थित इंचार्ज अध्यापिका का वेतन रोक दिया गया।
शनिवार को पुवांरका विकास क्षेत्र के अंतर्गत कुम्हारहेड़ा के प्राथमिक विद्यालय पहुंचे बीएसए को निरीक्षण के दौरान इंचार्ज अध्यापिका चारू गाबा अनुपस्थित मिलीं। रजिस्टर में गत दो दिन से हस्ताक्षर भी नहीं किए थे। संस्था आइटीसी द्वारा नामित अध्यापक शिक्षण कार्य कर रहे थे। बीएसए ने अध्यापिका चारू गाबा का अगले आदेश तक वेतन रोक दिया। इसके बाद उच्च प्राथमिक विद्यालय (बालक) कैलाशपुर में निरीक्षण के दौरान इंचार्ज अध्यापिका रूबीना रूही आकस्मिक अवकाश तथा सहायक अध्यापिका अफरोज खानम उपार्जित अवकाश पर थी। अध्यापक नीरज धीमान स्कूल में मौजूद नही थे। सुनीता सैनी व नीलम रानी उपस्थित मिली। 207 बच्चों के नामांकन के सापेक्ष केवल 85 उपस्थित थे। बच्चों को स्वेटर का वितरण नहीं किया गया था। बीएसए ने जब बच्चों से सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे तो कोई भी बालक उत्तर नहीं दे पाया। फोन पर सब इंस्पेक्टर द्वारा बीएसए को बताया कि छात्र स्कूल समय के दौरान बाहर सड़क पर घूमते हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने स्कूल के पूरे स्टाफ का अगले आदेश तक वेतन रोक दिया दिया है। उन्होंने बताया कि निरीक्षण किए गए दोनों स्कूलों के प्रधानाध्यापकों-इंचार्ज अध्यापकों, सहायक अध्यापकों व शिक्षा मित्र को आदेशित किया गया है कि वे तीन दिन के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें।