फतेहपुर : कोहरे ने छीन लिया कुंती का सुहाग
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : 19 जनवरी वर्ष 2019 की काली स्याह रात कुंती के जीवन में अंधेरा लेकर आयी। रात नौ बजे मेहनत-मजदूरी करके घर वापस आ रहे पति रामसजीवन की उस समय मृत्यु हो गई, जब वह अपने गांव रहसूपुर ट्रैक्टर से वापस आ रहा था। बकौल कुंती पति अभयपुर स्थित एक ईंट भट्ठे में काम करता था और मेहनत मजदूरी कर किसी तरह परिवार का भरणपोषण करता था। रात को जब वह एक ट्रैक्टर में बैठकर घर वापस आ रहा था तभी कोहरे की धुंध की वजह से जीटी रोड से रहसूपुर मोड़ पर ट्रैक्टर पलट गया, जिसमें दबकर उसकी मौत हो गई। चार बच्चों व बूढ़ी सास की जिम्मेदारी अब उसके कंधों पर आ गई। इसके पांच माह बाद सास सदमे से सांस की भी मृत्यु हो गई। मृतक की पत्नी कुंती हादसे की बात कहते हुए सिसक पड़ती है। अनायास उसके मुंह से बस यही निकलता है कि कोहरे ने मेरा सुहाग छीन लिया। पुत्र हिमांशु, गौरव, राहुल व पुत्री साधना की परवरिश की जिम्मेदारी वह स्वयं निभा रही है।कोहरे के कहर से सड़क हादसे में पति रामसजीवन की मौत के बाद चित्र लिए बच्चों के संग बैठी कुंती देवी व बाएं पुत्र हिमांशु, गौरव, दाएं बेटी साधना और बेटा राहुल ’ जागरण