मैनपुरी : पोस्टमार्टम पर एसआइटी ने कुरेदे डॉक्टरों से सवाल
आइजी कानपुर मोहित अग्रवाल के नेतृत्व में एसपी मैनपुरी अजय कुमार और सीओ एसटीएफ श्यामकांत के साथ बनी एसआइटी ने ट्रांजिट हॉस्टल में मंगलवार को पोस्टमार्टम पैनल में शामिल डॉ. निशिता यादव, डॉ.आनन्द कुमार और डॉ.पवन राजपूत के साथ सीएमओ डॉ. एके पांडेय को भी बुलाया। मामले में छात्र के स्वजनों ने आरोप लगाया था कि प्रशासन के दबाव में पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदल दी गई है। छात्र के शव पर मौजूद चोटों के निशान का रिपोर्ट में उल्लेख नहीं किया गया है। एसआइटी ने इन शंका और सवालों पर चिकित्सकों से जानकारी ली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंकित सभी तथ्यों के बारे में गहनता से पूछताछ की गई।
पूछताछ के बाद बाहर निकले चिकित्सकों ने बताया कि पोस्टमार्टम के दौरान शव का गहनता से परीक्षण किया था। शव पर बाहरी चोट का निशान नहीं था। खून जम जाने के चलते कुछ निशान बन गए थे। इन निशानों को चोट का निशान नहीं माना जा सकता है। दुष्कर्म की पुष्टि के सवाल पर चिकित्सकों ने कहा कि उन्होंने स्लाइड बना दी थी।
पंचनामा के गवाहों के नहीं हो सके बयान: एसआइटी ने पंचनामा के गवाहों को भी सर्किट हाउस पर तलब किया। इसमें सुशील कुमार पांडेय, आशीष कुमार पांडेय, श्याम पांडेय, विजय मिश्र और आशुतोष पाठक शामिल थे। परंतु केवल चार ही पहुंचे। पांचवें गवाह आशुतोष पाठक बाहर होने के कारण उपस्थित नहीं हो सके। व्यस्तता के चलते इन गवाहों के बयान नहीं हो पाए। इन्हें बुधवार को फिर बुलाया गया है।
मंगलवार को सर्किट हाउस में एसआइटी की पूछताछ के लिए पहुंचे डॉ. आनंद कुमार, डॉ. पवन राजपूत, डा. निशिता यादव (दांयें से बांये) ’ जागरण