आदित्य शुक्ला ने कहा कि शिक्षा व शिक्षक हितों के लिए यह संगठन सदैव तत्पर है। विभिन्न योजनाओं का धन सीधे डीबीटी के माध्यम से छात्रों के खाते में ट्रासंफर किया जाए ताकि बच्चों की उपस्थित बनी रहे। एमडीएम से शिक्षकों को मुक्त करने पर जोर दिया गया। एस्पिरेशनल जिलों को ट्रांसफर में शामिल करने हेतु राज्यमंत्री को धन्यवाद दिया गया। अगली प्रदेश स्तरीय मीटिंग मे इन जिलों से ज्यादा से ज्यादा स्थानांतरण पर जोर दिया जाएगा। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के वरीयता सूची में पहले स्थान पर है। ब्लाक इकाई का गठन भी किया गया जिसमें सर्वसम्मति से अनूप पांडे को अध्यक्ष, शेषराम यादव महामंत्री व रामसिंह पाल कोषाध्यक्ष चुने गए। जनार्दन शुक्ला, जेपी गुप्ता, लोकेन्द्र सिंह, शैलेन्द्र राय, अभय सिंह, अनिल मिश्र, रमेश यादव, राकेश पाण्डेय, विण्णुकांत, नीलेश पुरोहित, जितेन्द्र कुमार, मो.इमरान, राम जी केसरवानी, संजय मिश्र, अमरजीत सिंह, अवधेश कुमार आदि मौजूद रहे।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के तत्वावधान में आयोजित बैठक में शामिल शिक्षक आदित्य शुक्ला,जनार्दन शुक्ला,राकेश, अनिल ’ जागरण
’>>राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की बीआरसी में हुई बैठक
’>>ब्लाक स्तरीय कार्यकारिणी का भी किया गया गठन