बलिया : शिक्षामित्रों के लिए संसद में रखूंगा बात
जागरण संवाददाता, बलिया: उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के तत्वावधान में रविवार को टाउन इंटर कालेज के मुरली मनोहर उपवन में‘प्राथमिक शिक्षा में शिक्षामित्र’विषयक संगोष्ठी व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सांसद वीरेन्द्र सिंह‘मस्त’ने कहा कि मैं जानता हूं कि शिक्षामित्र पवित्र कार्य में जुटे हुए हैं। शिक्षामित्र कारखाने के मजदूर नहीं, एक गुरुकुल के शिक्षक है। कहा कि शिक्षामित्रों के लिए बीएसए ने जो सुझाव दिया, उसे नई शिक्षा नीति में शामिल कराने के लिए संसद में बात रखूंगा। इसके तहत शिक्षामित्रों को स्कूलों में शुरू किए जा रहे स्मार्ट क्लासेज के लिए नियुक्त किया जाय। नसीहत दिया कि शिक्षकों को अपनी मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए। शिक्षक समाज को नई दिशा देने वाला है। सांसद ने शिक्षा के बाजारीकरण पर चिंता जताई। कहा कि शिक्षा को तिजारत मानने वाले लोगों को समस्या होगी, क्योंकि शिक्षा तिजारत नहीं है। मैं शिक्षामित्रों की समस्या समाधान के लिए वचन देता हूं कि प्रयास करूंगा। इसके लिए देश के शिक्षामंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से बात करूंगा। कहा कि शिक्षामित्रों को राजनीतिक दलों के मंच का भागीदार नहीं होना चाहिए। किसी राजनीतिक दल को धमकी नहीं देनी चाहिए कि हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो सरकार नहीं बनने देंगे, यह उचित नहीं है। शिक्षामित्रों को अपने संघर्ष को संवाद तक ही सीमित रखना चाहिए। कार्यक्रम को प्रभारी बीएसए सुबाष गुप्त, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला मंत्री वेद प्रकाश पांडेय, प्राशिसं के ब्लाक अध्यक्ष सुनील सिंह, कनक चक्रधर, विद्यासागर दूबे ने भी संबोधित किया। इसके पहले सभी ब्लॉकों से दर्जन भर शिक्षामित्रों को सांसद वीरेन्द्र सिंह‘मस्त’ने अंगवस्त्रम व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। इस मौके पर अनिल पांडेय, चंदन सिंह, अजीत पांडेय, सतीश मेहता, अमित मिश्र, चंद्रभानु सिंह, सत्येन्द्र मौर्या, शशिभान सिंह, अमृत सिंह ¨पटू, दिलीप प्रसाद,धर्मनाथ सिंह,राजेश प्रजापति,विनय दुबे,अनिल मिश्र, अमित चेला मिश्र, अवनीश कुमार, अमित सिंह, रेणुका पाण्डेय, गीता पाण्डेय आदि मौजूद थे। अध्यक्षता प्राशिसं के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह व संचालन डॉ. राजेश पांडेय ने किया। उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिला मंत्री पंकज सिंह ने आभार ज्ञापित किया।उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के कार्यक्रम में बोले सांसद वीरेंद्र सिंह
बीएसए ने दिए सुझाव
प्रभारी बीएसए सुबाष गुप्त ने सुझाव देते हुए कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में शुरू हो रहे स्मार्ट क्लासेज के लिए यदि शिक्षामित्रों का चयन हो तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। शिक्षामित्र बेसिक शिक्षा की रीढ़ है। इन्होंने बेसिक शिक्षा के लिए बेहतर काम किया है। ये अनुभवी है। यदि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत इनका चयन हो जाय तो अच्छा रहेगा।
सम्मानित हुए शिक्षा मित्र
शिक्षा गोष्ठी व सम्मान समारोह के दौरान मुख्य अतिथि सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने नगर समेत 18 शिक्षा क्षेत्र के एक-एक शिक्षामित्रों को शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया।
’>>टाउन इंटर कालेज में संगोष्ठी व सम्मान समारोह हुआ आयोजित
’>>शिक्षामित्रों को अपने संघर्ष को संवाद तक ही सीमित रखना चाहिए