कौशाम्बी : फर्जी दस्तावेज पर बनी शिक्षक, जांच में पर्दाफाश
जिले के परिषदीय स्कूल में एक महिला शिक्षक सालों से कूटरचित दस्तावेज पर नौकरी कर रही है। शिकायत के बाद जांच में अधिकारियों ने मामले को सही पाया। उन्होंने इसकी रिपोर्ट अधिकारियों को भेजा, लेकिन अब तक इस मामले को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया।
सिराथू विकास खंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय देवखरपुर में कला अनुदेशक के पद में तैनात ममता देवी ने अपनी उम्र को लेकर कूटरचना की है। उन्होंने हाई स्कूल की परीक्षा दो बार देते हुए अपनी उम्र करीब चार साल कम कराया और अनुदेशक की नौकरी हासिल की। तुलसीपुर निवासी राजकुमार पुत्र ईश्वरदीन ने इसकी शिकायत आइजीआरएस पर करते हुए जांच कराने की मांग की। इस पर खंड शिक्षा अधिकारी सिराथू राजेश कुमार ने प्रकरण की जांच की तो आरोप सही पाया।
उन्होंने जांच रिपोर्ट तैयार कर बेसिक शिक्षा अधिकारी को इसकी जानकारी दी। करीब चार माह से अधिक का समय बीत गया, लेकिन अब तक अधिकारियों ने इस संबंध में कोई कदम नहीं उठाया।
यह है जांच रिपोर्ट : खंड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा है कि कला अनुदेशक ममता देवी ने वर्ष 1999 में श्री फिरोज गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शमसाबाद से हाई स्कूल की परीक्षा द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण की है। जिसमें उनकी जन्मतिथि आठ मार्च 1984 दर्शाया गया है। उन्होंने दूसरी बार हाई स्कूल की परीक्षा वर्ष 2007 में श्री बाबूलाल शुक्ल इंटर कालेज बारातफरीक सिराथू से उत्तीर्ण किया। जिसमें इनकी जन्म तिथि 20 जुलाई 1988 अंकित है।
सिराथू विकास खंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय देवखरपुर में कला अनुदेशक के पद में तैनात ममता देवी ने फर्जी अभिलेख लगाया है। इसकी जानकारी नहीं थी। यदि ऐसा है तो जांच करके कार्रवाई की जाएगी।
स्वराज भूषण त्रिपाठी, बीएसए।