बांदा : अंशकालिक अनुदेशक भी करा सकेंगे तबादले
जिले के बेसिक शिक्षा के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कला, शारीरिक शिक्षा व स्वास्थ्य शिक्षा विषय पढ़ाने के लिए तैनात अनुदेशकों को शासन ने बड़ी राहत दी है। संविदा पर कार्यरत अनुदेशकों के जनपद के अंदर ही विद्यालयों में तबादले किए जाएंगे। इतना ही नहीं उनके अब स्वत: ही नवीनीकरण भी किया जाएगा। अंशकालिक अनुदेशकों के परस्पर सहमति व अनुरोध पर आवेदन पत्र को स्वीकार किया जाएगा। इनका तबादला संबंधित विषयों के मध्य ही किया जाएगा।
पुलिस लाइन स्थित परिषदीय विद्यालय में बच्चांे को पढ़ाती शिक्षिका ’ अर्काइव
’>>विद्यालयों में तैनात विकलांग महिला व पुरुष
’>>विधवा व तलाकशुदा महिला
’>>महिला अभ्यर्थी
’>>उम्र में वरिष्ठ आवेदक
इन्हे दी जाएगी वरीयता
ये समिति हुई गठित
जिलाधिकारी हीरा लाल ने अंशकालिक अनुदेशकों के तबादले के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है। इनमें मुख्य विकास अधिकारी हरिश्चंद्र वर्मा अध्यक्ष व बीएसए हरिश्चंद्रनाथ सदस्य सचिव व सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी (सर्वशिक्षा अभियान) सदस्य होंगे।
11 माह का मिलेगा मानदेय
कार्यकाल शैक्षिक सत्र में 11 माह का होगा। एक जुलाई से 31 मई तक मानदेय दिया जाएगा। अनुदेशकों का नवीनीकरण संविदा खत्म होने के एक माह पहले किया जाएगा। लापरवाही हुई तो बीएसए जिम्मेदार होंगे। यदि बीएसए इस अवधि में नवीनीकरण नहीं करते तो स्वत: नवीनीकरण हो जाएगा।
अनुदेशकों के तबादले और नवीनीकरण संबंध में शासन के अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार की तरफ से मिले हैं। इसका अनुपालन कराया जाएगा। जो भी आवेदन आएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।
हरिश्चंद्रनाथ, बीएसए, बांदा
निकालना नहीं होगा आसान
अंशकालिक अनुदेशकों को निकालना बीएसए के लिए आसान नहीं होगा। उन्हें एक माह पहले जिलाधिकारी से अनुमति लेकर नोटिस देनी होगी। सेवा में सुधार लाने का मौका दिया जाएगा। यदि जरूरी हुआ तो डीएम की अनुमति पर ही निकाला जा सकता है। अनुदेशक की लापरवाही के स्पष्ट प्रमाण भी देना होगा।