लखनऊ : प्रशिक्षण प्रमाण पत्र के आधार पर ही मिलेगी पदोन्नति - बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, लखनऊ
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि परिषदीय शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में हुए बदलाव के आधार पर दक्ष बनाने के लिए हर चार वर्ष में प्रशिक्षण दिया जाएगा। सहायक अध्यापकों और प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र के आधार पर ही पदोन्नति मिलेगी। द्विवेदी ने कहा कि मार्च में अंतर्जनपदीय तबादले होने के बाद जिलों के अंदर ग्रामीण से शहरी और शहरी से ग्रामीण तबादले किए जाएंगे साथ ही शहरी क्षेत्रों में रिक्त पदों को भरने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
सचिवालय में सोमवार को आयोजित प्रेसवार्ता में बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री द्विवेदी ने कहा कि परिषदीय स्कूलों में शैक्षिक सत्र 2021-22 से पहली कक्षा में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आगामी शैक्षिक सत्र से ही पाठ्यक्रम लागू करने की तैयारी थी। लेकिन एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम नर्सरी, एल.केजी, एच.केजी पास कर आए बच्चों के आधार पर तैयार किया जाता है। जबकि परिषदीय स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षा संचालित नहीं है। बच्चों पर पाठ्यक्रम बोझ ना बन जाए इसलिए उसे व्यवहारिक बनाते हुए लागू किया जाएगा।
द्विवेदी ने कहा कि नई शिक्षा नीति में प्री-प्राइमरी स्कूलों की व्यवस्था शुरू करने का प्रावधान है, विभाग उसकी तैयारी कर रहा है। जिले के भीतर ग्रामीण से शहरी और शहरी से ग्रामीण तबादले किए जाएंगे। जो लोग वर्षों से ग्रामीण सेवा कर रहे हैं। अलग से भी दिशा में प्रयास कर रहे हैं उनका विवरण मंगा रहे हैं। नगर क्षेत्र में अलग से भर्ती अभियान चलाया जाएगा।
द्विवेदी ने कहा कि नई शिक्षा नीति में प्री-प्राइमरी स्कूलों की व्यवस्था शुरू करने का प्रावधान है, विभाग उसकी तैयारी कर रहा है। जिले के भीतर ग्रामीण से शहरी और शहरी से ग्रामीण तबादले किए जाएंगे। जो लोग वर्षों से ग्रामीण सेवा कर रहे हैं। अलग से भी दिशा में प्रयास कर रहे हैं उनका विवरण मंगा रहे हैं। नगर क्षेत्र में अलग से भर्ती अभियान चलाया जाएगा।