फर्रुखाबाद : अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ा सत्र परीक्षा का पहला दिन
हिन्दुस्तान टीम, फर्रुखाबाद कन्नौज : सत्र परीक्षा के पहले दिन परिषदीय स्कूलों में अव्यवस्था का माहौल रहा। कहीं छात्र संख्या कम मिली तो कहीं छात्र आपस में नकल करते देखे गए। मौखिक परीक्षा के नाम पर भी खानापूरी की गई। बच्चों को यह भी नहीं पता कि कौन सा प्रश्न कितने नंबर का है। जिले के परिषदीय और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में सत्र परीक्षा के दौरान खामियां देखने को मिली।
सत्र परीक्षा के पहले दिन कक्षा 1 में बच्चों की केवल मौखिक परीक्षा और कक्षा 2 व 3 में 5 अंक की मौखिक व 5 अंक की लिखित परीक्षा होनी थी। कक्षा 4 और 5 में 3 अंक की मौखिक और 7 अंक की लिखित परीक्षा होनी थी। स्कूलों में शिक्षक एक जगह बैठकर बतियाते रहे। मौखिक परीक्षा के नाम पर केवल खानापूरी की गई। कक्षा 6,7 और 8 में लिखित परीक्षा होनी थी। बीएसए ने प्रश्न पत्र के निर्माण की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक को सौंपी थी। स्कूलों में प्रश्नपत्र ब्लैक बोर्ड पर लिखवाए गए। एक ब्लैक बोर्ड पर दो-दो कक्षाओं के प्रश्न लिखे गए। इसमें यह भी नहीं दर्शाया गया कि कौन सा प्रश्न कितने नंबर का है। गणित में तो ऐसे प्रश्न लिखे गए थे जिनके बारे में बच्चों को पता तक नहीं। बीएसए ने अपने निर्देश पत्र में सत्र परीक्षा को शुचिता पूर्ण कराने की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक को सौंपी थी। इसके बाद भी सत्र परीक्षा में छात्र संख्या पंजीकृत छात्र संख्या से काफी कम रही। बीएसए कार्यालय परिसर स्थित प्राथमिक विद्यालय पुलिस लाइन में 137 में 90 , कन्या प्राथमिक विद्यालय ग्वालटोली में 83 में 48 और प्राथमिक विद्यालय ग्वालटोली में 119 में मात्र 52 बच्चे ही परीक्षा में उपस्थित हुए। बीएसए दीवान सिंह ने बताया कि सत्र परीक्षा में छात्र उपस्थित प्रतिशत कम होना शोचनीय प्रश्न है। सभी बीईओ को सत्र परीक्षा के निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। जिस विद्यालय में गड़बड़ी की शिकायत मिलेगी उसके प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।