महराजगंज : भरभरा कर गिर गया जर्जर प्राइमरी स्कूल, गनीमत थी रात को हुआ ये
हिन्दुस्तान टीम ,महराजगंज : महराजगंज के सदर क्षेत्र के पिपरा रसूलपुर में सोमवार की रात में जर्जर स्कूल भवन भरभरा कर गिर गया। भवन 60 साल पुराना था। इससे बड़ा हादसा टल गया। क्योंकि स्कूल टाइम में बच्चे अक्सर खेलने के लिए पुराने भवन के आसपास चले जाते थे।
पिपरा रसूलपुर गांव में स्कूल भवन जर्जर होने की वजह से उसके शैक्षणिक कार्य बंद कर दिया गया था। बच्चे दूसरे भवन में पढ़ते थे। जर्जर भवन के ध्वस्तीकरण के लिए कई बार प्रयास किया जा चुका था। लेकिन अभी तक ध्वस्त नहीं हो पाया था। संयोग अच्छा था कि रात के समय जर्जर भवन अचानक ही गिर गया। इससे बड़ा हादसा टल गया।
महराजगंज में कई स्कूल हो चुके हैं जर्जर
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित परिषदीय विद्यालय में से कई जर्जर हो चुके हैं। विद्यालय प्रबंध समिति प्रस्ताव पास कर बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र भेज चुकी है। शहर में ही प्राथमिक विद्यालय महरजगंज द्वितीय का भवन वर्ष 1944 का निर्मित है। छत से मलवा गिरने के बाद प्रधानाध्यापिका साधना सिंह ने जर्जर भवन में शिक्षण कार्य बंद कर एक अतिरिक्त कक्षा कक्ष व टिन शेड में क्लास का संचालन करा रही हैं।
इस भवन को ध्वस्त करने का प्रस्ताव दिया जा चुका है। एन एच 730 में जर्जर भवन के कुछ हिस्सा को निर्माण एजेंसी तोड़ भी चुकी है। धनेवा धनेई में भी एक प्राइमरी स्कूल भवन अंग्रेजों के जमाने का बना हुआ है। तीन साल पहले उसके एक कमरा का छत अचानक गिर गया था। संयोग अच्छा था कि उस दिन रविवार की छुट्टी थी। सदर क्षेत्र के बगापार में प्राथमिक विद्यालय द्वितीय का मूल भवन खंडहर बन चुकी है।
जर्जर भवन के ध्वस्तीकरण की प्रकिया शुरू
बेसिक शिक्षा विभाग के पत्र पर शासन ने जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण की प्रकिया शुरू करने का आदेश जारी करते हुए दिशा निर्देश जारी किया है। बीएसए जगदीश शुक्ल ने बताया कि सभी बी ई आे को निर्देश जारी किया गया है कि जर्जर भवन की सूचना एकत्र कर ध्वस्तीकरण के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए करवाई आगे बढ़ाएं।