एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

बलिया : सरकारी राशन लदा ठेला खींचकर स्कूल पहुंचे बच्चे

0 comments

बलिया : सरकारी राशन लदा ठेला खींचकर स्कूल पहुंचे बच्चे Video

वरिष्ठ संवाददाता, बलियाUpdated: Sat, 08 Feb 2020 03:01 PM

+-

बलिया जिले में गड़वार ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय चवरी पर परिषदीय विद्यालय के बच्चों से ठेला खिंचवाने का मामला सामने आया। पढ़ने आए स्कूल के पांच मासूम बच्चों से शिक्षक ठेला खिंचवाते नजर आए। विद्यालय से एक किलोमीटर दूर कोटेदार के घर से ठेला पर खाद्यान्न रखकर ला रहे थे। गांव वालों ने जब यह देखा तो भड़क गए और सवाल किया। हालांकि मामला तूल पकड़ता देख विद्यालय के शिक्षक बचाव में लग गए और इसे भावनात्मक रूप देने की बात कहने लगे। 

विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक आलोक यादव ने बताया कि विद्यालय का मिड-डे-मिल का खाद्यान्न समाप्त हो गया था। ठेला खिंचने वाला कोई नहीं मिला तो शिक्षा ग्रहण करने आए बच्चे उत्साह में ठेला लेकर कोटेदार के यहां चले गए। इसके लिए उन पर कोई दबाव नहीं डाला गया था। विद्यालय विद्या का मंदिर होता है। छोटे-मोटे कार्य यदि विद्यार्थी करते हैं तो इसे प्रतिष्ठा का विषय नहीं बनाना चाहिए। विद्यालय के बच्चे शिक्षकों के लिए पुत्र के समान होते हैं। 

Loaded: 4.99%
 

कोटेदार व प्रधान पर उठ रहे सवाल

ठेला से खाद्यान्न ढोने के मामले में ग्राम प्रधान व कोटेदार पर भी कई सवाल उठने लगे हैं। यह चर्चा आम रही कि परिषदीय विद्यालयों पर एमडीएम के लिए खाद्यान्न पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रधानों और संबंधित कोटेदार की है। उनके द्वारा खद्यान्न नहीं पहुंचाए जाने के कारण ही बच्चों को अपने विद्यालय के लिए खाद्यान्न की बोरी ठेला से लाने पर विवश हुए। यह मामला वायरल होने के बाद विद्यालय में भी खलबली मच गई। कुछ अभिभावक इसके पक्ष में दिखे तो कुछ ने इस तरह के कार्य पर अपना विरोध दर्ज कराया।

जांच के बाद होगी कार्रवाई: बीएसए

इस बाबत बीएसए शिवनारायन सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। वहां के खंड शिक्षाधिकारी से जांच कर रिपोर्ट मांगी गई है। शिक्षक किसी गलत भावना से यह कार्य नहीं कराए हैं। इसके बावजूद बच्चों से यह कार्य कराना गलत है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।