बलिया : सरकारी राशन लदा ठेला खींचकर स्कूल पहुंचे बच्चे Video
बलिया जिले में गड़वार ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय चवरी पर परिषदीय विद्यालय के बच्चों से ठेला खिंचवाने का मामला सामने आया। पढ़ने आए स्कूल के पांच मासूम बच्चों से शिक्षक ठेला खिंचवाते नजर आए। विद्यालय से एक किलोमीटर दूर कोटेदार के घर से ठेला पर खाद्यान्न रखकर ला रहे थे। गांव वालों ने जब यह देखा तो भड़क गए और सवाल किया। हालांकि मामला तूल पकड़ता देख विद्यालय के शिक्षक बचाव में लग गए और इसे भावनात्मक रूप देने की बात कहने लगे।
विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक आलोक यादव ने बताया कि विद्यालय का मिड-डे-मिल का खाद्यान्न समाप्त हो गया था। ठेला खिंचने वाला कोई नहीं मिला तो शिक्षा ग्रहण करने आए बच्चे उत्साह में ठेला लेकर कोटेदार के यहां चले गए। इसके लिए उन पर कोई दबाव नहीं डाला गया था। विद्यालय विद्या का मंदिर होता है। छोटे-मोटे कार्य यदि विद्यार्थी करते हैं तो इसे प्रतिष्ठा का विषय नहीं बनाना चाहिए। विद्यालय के बच्चे शिक्षकों के लिए पुत्र के समान होते हैं।
कोटेदार व प्रधान पर उठ रहे सवाल
ठेला से खाद्यान्न ढोने के मामले में ग्राम प्रधान व कोटेदार पर भी कई सवाल उठने लगे हैं। यह चर्चा आम रही कि परिषदीय विद्यालयों पर एमडीएम के लिए खाद्यान्न पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रधानों और संबंधित कोटेदार की है। उनके द्वारा खद्यान्न नहीं पहुंचाए जाने के कारण ही बच्चों को अपने विद्यालय के लिए खाद्यान्न की बोरी ठेला से लाने पर विवश हुए। यह मामला वायरल होने के बाद विद्यालय में भी खलबली मच गई। कुछ अभिभावक इसके पक्ष में दिखे तो कुछ ने इस तरह के कार्य पर अपना विरोध दर्ज कराया।
जांच के बाद होगी कार्रवाई: बीएसए
इस बाबत बीएसए शिवनारायन सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। वहां के खंड शिक्षाधिकारी से जांच कर रिपोर्ट मांगी गई है। शिक्षक किसी गलत भावना से यह कार्य नहीं कराए हैं। इसके बावजूद बच्चों से यह कार्य कराना गलत है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।