लखनऊ : ऐसी शिक्षा दें जिससे दूसरे का सहारा बनें बच्चे : राज्यपाल
हिन्दुस्तान टीम, लखनऊ, बहराइच। हिन्दुस्तान संवाद उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शुक्रवार को यहां कहा कि बच्चों को पूरी मेहनत और लगन से शिक्षा देकर सक्षम बनाएं ताकि भविष्य में इन्हें दूसरे के सहारे की ज़रूरत न हो। बल्कि यह खुद दूसरों का सहारा बन सकें। राज्यपाल ने यह बातें पूर्व माध्यमिक विद्यालय पुलिस लाइन स्थित आवासीय एक्सीलेरेटेड लर्निंग कैंप के निरीक्षण के दौरान शिक्षक स्टाफ को नसीहत देते हुए यह बात कही।राज्यपाल के यहां पहुंचने पर दिव्यांग बच्चों ने पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत गीत गाया। गवर्नर को अपने बीच पाकर बच्चे खुश नजर आए। राज्यपाल ने बालक/बालिका शयन कक्ष, किचन का निरीक्षण किया। क्लास रूम में जाकर ब्रेल लिपि के माध्यम से पढ़ रहे बच्चों को देखा। ग्रुप हियरिंग एड व बच्चों की पढ़ाई की जानकारी ली। बच्चों को दुलारते हुए उनसे उनकी संकेतात्मक भाषा में पढ़ाई लिखाई के बारे में जानकारी प्राप्त की। एक बच्ची ने जब राज्यपाल का तैयार किया गया स्केच उनके समक्ष प्रस्तुत किया तो, राज्यपाल ने उसे स्वीकार करते हुए निर्देश दिया कि बच्ची की प्रतिभा को देखते हुए पेन्टिंग की तालीम दिलाई जाए। राज्यपाल ने श्रम व समाज कल्याण विभाग की ओर से 20 बच्चों को साइकिल वितरित की। राज्यपाल ने मेडिकल कॉलेज के 100 बेडेड मैटरनिटी विंग का निरीक्षण किया। यहां आयुष्मान पंजीकरण काउण्टर का निरीक्षण करते हुए गोल्डेन कार्ड निर्गत किए जाने के सम्बन्ध में जानकारी ली। वह यहां लगभग 20 मिनट तक रुकीं। कृषि उत्पादों को देखकर राज्यपाल ने जताई खुशी एक जनपद एक उत्पाद, योजना के तहत कृषि उत्पादों को देखकर राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल मुस्कराईं। उन्होंने अफसरों के प्रयास को भी सराहा। लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन परिसर में कृषि सेक्टर व जनपद के प्रगतिशील किसानों व स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के उत्पादों की प्रदर्शनी व स्टाल लगाए गए थे। इस दौरान राज्यपाल ने प्रदर्शनी में सजाए गए सभी स्टालों का एक-एक कर गहन निरीक्षण किया।