कानपुर : कोरोना लॉकडाउन में अप्रैल-मई की फीस जून में पहले नहीं लेंगे स्कूल
वरिष्ठ संवाददाता, कानपुर । उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कोई भी प्राइवेट स्कूल अभिभावकों को अप्रैल, मई और जून महीने की एडवांस फीस जमा करने के लिए बाध्य नहीं करेगा। डीएम अभिषेक प्रकाश ने रविवार को इसके आदेश जारी किए हैं। अगर किसी भी अभिभावक को परेशान किया गया तो प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कई निजी स्कूल प्रबंधन अभिभावकों को एडवांस फीस जमा करने के लिए दबाव बना रहे हैं। ‘हिन्दुस्तान' ने बीते दिनों इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। लॉकडाउन के चलते सभी स्कूल-कालेज बंद हैं। बावजूद, पिछले वर्षों की तरह, इस बार भी कई निजी स्कूल प्रबंधन अभिभावकों को मैसेज भेजकर फीस जमा करने के निर्देश दे रहे हैं। फीस जमा न करने की स्थिति में अभिभावकों को बच्चों के नाम स्कूल से काटने तक की धमकियां दी गई।
डीएम ने साफ किया है कि कोरोना वायरस के कारण फैल रही महामारी को आपदा घोषित किया है। सभी शैक्षणिक संस्थाओं के प्रबंधन को आदेशित किया जाता है कि किसी भी अभिभावक को एडवांस फीस जमा करने के लिए बाध्य न किया जाए।
कानपुर के डीएम डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी ने सभी बोर्ड के स्कूल संचालकों को आदेश दिया है कि वे अप्रैल और मई महीने में फीस नहीं जमा कराएंगे और न ही किसी छात्र का नाम काट सकेंगे। आगामी माह की फीस का चार्ट इसी आदेशनुसार तैयार करेंगे।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए कानपुर लॉकडाउन है। इससे सभी फैक्ट्री, इंडस्ट्री, कंपनियां, दुकान समेत सभी व्यापार बंद चल रहा है। इस परेशानी को देखते हुए पिछले कई दिनों से अभिभावकों की लगातार शिकायतें आ रही थी। जिसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने रविवार को आदेश जारी किया है। डीएम ने सभी स्कूल संचालकों को निर्देश दिया है कि वे अपने सभी अभिभावकों को इस आदेश से अवगत करा दें। डीएम ने कहा कि अगर इस आदेश का उल्लंघन हुआ तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वाराणसी के कॉन्वेंट स्कूलों में पढ़ने वाले अभिभावकों को डीएम कौशल राज शर्मा की तरफ से बड़ी राहत मिली है। जून तक कोई भी स्कूल किसी बच्चे की फीस जमा करने के लिए दबाव नहीं बनाएगा। इस अवधि की फीस जुलाई के बाद जमा कराई जा सकती है। इसका चार्ट बनाकर अभिभावकों को पहले ही दिया जाएगा। अभी तक स्कूल प्रबंधन अप्रैल में ही तीन माह की फीस एक साथ जमा करा लेता था। इस पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।