संतकबीरनगर : सेवानिवृत्त 56 कर्मचारियों के पेंशन व 59 के जीपीएफ स्वीकृत आदेश निर्गत - संजय द्विवेदी
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से प्राप्त करें स्वीकृति आदेश: उप शिक्षा निदेशक
संतकबीरनगर। उ.प्र. माध्यमिक शिक्षक संघ के मण्डलीय मंत्री संजय द्विवेदी ने बताया कि वर्ष 2019-20 में बस्ती मण्डल के प्रधानाचार्य, शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी सहित कुल 80 लोग सेवानिवृत्त हुए थे, जिसमें से 56 कर्मचारियों की पेंशन व 59 कर्मचारियों की जीपीएफ पत्रावली उप शिक्षा निदेशक ओम प्रकाश मिश्रा ने स्वीकृत प्रदान कर दी है। पेंशन, जीपीएफ के स्वीकृत आदेश सम्बंधित कर्मचारी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से संपर्क करके प्राप्त कर सकता है संतकबीरनगर जनपद में सेवानिवृत्त 20 कर्मचारियों में से पेंशन/ जीपीएफ की 13 पत्रावली उप शिक्षा निदेशक को प्राप्त हुई थी, जिसमें से पेंशन के 11 व जीपीएफ के 13 पत्रावलियों का निस्तारण कर स्वीकृत आदेश निर्गत कर दिया गया है।प्रधानाचार्य जय चन्द्र यादव, प्रधानाचार्य नरसिंह नारायण कमल के पेंशन प्रकरण में आपत्ति होने के कारण जिला विद्यालय निरीक्षक को वापस प्रेषित किया गया है, शेष पत्रावली अभी तक जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से उप शिक्षा निदेशक को प्रेषित नही की गई है। बस्ती जनपद में सेवानिवृत्त 34 कर्मचारियों में से पेंशन/ जीपीएफ की 32 पत्रावली उप शिक्षा निदेशक को प्राप्त हुई थी, जिसमें से पेंशन के 28 व जीपीएफ के 28 पत्रावलियों का निस्तारण कर स्वीकृत आदेश निर्गत कर दिया गया है। सहायक अध्यापक गुरु चरण व राम तीर्थ को वर्ष 2007 में वेतन निर्गत होने के कारण पेंशन/जीपीएफ देय नही है, शेष पत्रावली अभी तक जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से आपत्ति निवारण के उपरांत उप शिक्षा निदेशक को प्रेषित नही की गई है।
सिद्धार्थनगर जनपद में सेवानिवृत्त 26 कर्मचारियों में से पेंशन/ जीपीएफ की 19 पत्रावली उप शिक्षा निदेशक को प्राप्त हुई थी, जिसमें से पेंशन के 17 व जीपीएफ के 19 पत्रावलियों का निस्तारण कर स्वीकृत आदेश निर्गत कर दिया गया है, शेष 7 पत्रावली अभी तक जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से उप शिक्षा निदेशक को प्रेषित नही की गई है।उप शिक्षा निदेशक ओम प्रकाश मिश्रा ने कहा सेवानिवृत्त कर्मचारी पेंशन, जीपीएफ का स्वीकृत आदेश जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से प्राप्त कर लें, जो पत्रावली आपत्ति के कारण लंबित रह गईं हैं, उन्हें जिला विद्यालय के निवारण के उपरांत स्वीकृत कर दिया जाएगा।