प्रयागराज : परिषदीय विद्यालयों के लिए 69 हजार सहायक अध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी जल्द
प्रयागराज:परिषदीय विद्यालयों के लिए 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के साथ ही उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय शिक्षक भर्ती की नियुक्ति प्रक्रिया की तैयारी में लग गया है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद विजय शंकर मिश्र ने बताया कि परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय से परिणाम मिलते ही वह 14 मई से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर देंगे। इस बाबत मंगलवार को उनकी शासन के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग भी हुई।सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि उनकी ओर से बेसिक शिक्षा परिषद को सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के रिजल्ट की सीडी बनाकर मंगलवार को ही भेज दी जाएगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की ओर से छह मई को कोर्ट का फैसला आने के बाद सप्ताह भर के भीतर परिणाम जारी करने के साथ नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की बात कही गई थी, हम उसके अनुरूप चल रहे हैं। उनकी ओर से इसीलिए परिणाम जारी होने के साथ उसकी कॉपी बेसिक शिक्षा परिषद को भेज दी गई है। सचिव की शिक्षक भर्ती को लेकर शासन के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग भी हुई है। अब सचिव प्रस्ताव बनाकर भेजेंगे कि नियुक्ति की प्रक्रिया क्या होगी। शासन से अनुमति मिलते ही एनआईसी एक साफ्टेवयर बनाएगा, जिसके जरिए भर्ती होगी। परीक्षार्थियों को लिखित परीक्षा में मिले अंक और एकेडमिक अंक के आधार पर मेरिट तैयार करके नियुक्ति दी जाएगी। भर्ती में सबसे अधिक बीएड अभ्यर्थियों के सफल होने के बाद अब उनके चयन की संभावना बढ़ गई है। मेरिट तैयार करने की प्रक्रिया 69 हजार शिक्षक भर्ती के मूल विज्ञापन में दी गई शर्तों के अनुसार ही होगी।सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने छह जनवरी 2019 को हुई सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के सवालों को लेकर परीक्षार्थियों की आपत्तियों के दावे को निराधार बताया है। वहीं दूसरी ओर अभ्यर्थियों का कहना है कि यदि उनकी बात परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने नहीं सुनी तो वे कोर्ट जाएंगे। सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि हिंदी साहित्य के तीन प्रश्नों को लेकर परीक्षार्थियों की आपत्ति के बाद उन्हें मूल्यांकन से बाहर करते हुए, उसमें सभी परीक्षार्थियों को समान अंक दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त जिन दो सवालों को लेकर परीक्षार्थी आपत्ति कर रहे हैं, वह सही नहीं है।सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से सवालों पर आपत्ति दर्ज कराने वाले अभ्यर्थियों को बताया गया कि उन्होंने परीक्षा में शामिल विशेषज्ञों की राय लेकर उत्तर कुंजी जारी की है। परीक्षार्थी अपनी आपत्तियों को लेकर सही साक्ष्य नहीं रख सके, इस कारण से उनकी आपत्ति को खारिज किया गया है। प्रश्नों को लेकर आपत्ति करने वाले सुनील कुमार, शालिनी सिंह ने बताया कि यदि परीक्षा नियामक प्राधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं तो वह कोर्ट जाएंगे। उन्हें कोर्ट से ही अपने सवाल का जवाब मिलेगा।