लखनऊ : 69 हजार शिक्षक भर्ती में सोशल मीडिया बना बड़ा सहारा
विशेष संवाददाता - राज्य मुख्यालय69 हजार शिक्षक भर्ती में मेरिट जांचनी हो या फिर मुकदमे की पैरवी... सोशल मीडिया सबसे बड़ा सहारा बन कर उभरा है। आपने होम लोन की ईएमआई या बीमे की किश्त के लिए कैलकुलेटर जरूर देखें होंगे। अब इसी की तर्ज पर 69000 शिक्षक भर्ती में मेरिट कैलकुलेटर से आंका जा रहा है कि कितनी मेरिट तक नियुक्ति पक्की है? इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ने के लिए फीस भी जुटाई जा रही है। इनके नेता 8-10 रुपये लाख तक जुटाने और नामी वकील उतारने के लिए फीस का जुगाड़ करने के लिए योगदान मांग रहे हैं। इन सभी के लिए सोशल मीडिया एक बड़ा माध्यम बन कर उभरी है। इस भर्ती के लिए सोमवार से आवेदन शुरू हो गए। सोशल मीडिया पर ऐसे कैलकुलेटर मौजूद हैं जिन पर दसवीं, बारहवीं, स्नातक व शिक्षक प्रशिक्षण के अंक और शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा के अंक भरने से आपका शैक्षिक गुणांक खट से निकल आ रहा है। वहीं कई जगह इस पर सर्वे भी चल रहा है और सूचियां भी जारी की जा रही हैं कि न्यूनतम कितना कट ऑफ किस जिले में आ रहा है। इनके सर्वे को सही माने तो सामान्य वर्ग के लिए सबसे कम कट ऑफ कुशीनगर की होगी और सबसे ज्यादा गाजियाबाद...। वहीं जिन जिलों में एक हजार से ज्यादा सीटे हैं वहां न्यूनतम 68-69 कटऑफ रहेगी।वहीं फैसले के खिलाफ शिक्षामित्र समेत 4 टीमों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है जिसकी सुनवाई 20 मई को होनी निश्चित हुई है। अपने वकील उतारने के लिए विभिन्न टीमें नामी वकील उतारने की तैयारी कर रही हैं। इसके लिए 8-10 लाख रुपये चंदे के जरिए लिए जा रहे हैं। सर्वेश प्रताप सिंह टीम, शिवेन्द्र प्रताप सिंह टीम, अखिलेश शुक्ला, आशीष सिंह टीम समेत कई अन्य भी इस समय फार्म भरने से ज्यादा हाईकोर्ट के फैसले की पैरवी करने में लगे हैं।