प्रयागराज।उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से सहायक अध्यापक भर्ती के ऑनलाइन आवेदन में अभ्यर्थियों को पहचान पत्र (आईडी) के विकल्प के रूप में पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और डोमेसाइल सर्टिफिकेट के साथ अन्य का भी विकल्प दिया गया है। आवेदन करने वाले इन तीन विकल्पों के साथ कोई दूसरे विकल्प जैसे वोटर आई कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आई कार्ड सहित दूसरे विकल्पों का प्रयोग कर सकते हैं।शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की शिकायत थी की बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से ऑनलाइन आवेदन में आईडी प्रूफ के तौर पर केवल पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और डोमेसाइल का विकल्प दिया गया है। दूसरे विकल्प नहीं होने से उनकी परेशानी बढ़ सकती है। इस संबंध में महिला अभ्यर्थियों का कहना था कि उनके पास पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस पहले से नहीं है, लॉकडाउन के चलते सभी कार्यालय बंद है, ऐसे में उनका डोमेसाइल कैसे बनेगा। अधिकांश महिला उम्मीदवारों के पास मांगे गए पहचान पत्र में से कुछ भी नहीं है। आवेदकों ने पहचान पत्र के तौर पर नए विकल्प देने की मांग की है। उन्होंने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद से आईडी के दूसरे विकल्पों की अनुमति की मांग की थी। परिषद की हेल्पलाइन पर आई इस प्रकार की शिकायतों पर सचिव बेसिक शिक्षा परिषद विजय शंकर मिश्र का कहना है कि अभ्यर्थियों की ओर से आई शिकायतों का निस्तारण करके उन्हें बता दिया गया है कि वह आवेदन जो भी आईडी उनके पास है, उसका प्रयोग कर सकते हैं।
आवेदन के दूसरे दिन हेल्पलाइन पर लगभग दो सौ शिकायतें
सचिव उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद का कहना है कि 18 मई को आवेदन शुरू होने के साथ अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन शुरू की गई।मंगलवार को ही लगभग दो सौ शिकायतें हेल्पलाइन पर आईं, इनमें से कुछ शिकायतों का तत्काल समाधान कर दिया गया जबकि कुछ शिकायतें नोट कर ली गईं उनके बारे में अभ्यर्थियों को जानकारी दे दी जाएगी।
मोबाइल नंबर बदलवाने पहुंच गए परिषद कार्यालय
शिक्षक भर्ती के लगभग 20 से 25 अभ्यर्थी मंगलवार को दोपहर उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय पहुंच गए। इन अभ्यर्थियों का कहना था कि उन्होंने आवेदन के साथ जो मोबाइल नंबर लिखा था, वह अब बदल गया है। इस बारे में सचिव की ओर से आवेदन की नियमावली में कोई जानकारी नहीं है, इस संबंध में वह सचिव से मिलना चाह रहे थे। अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं करने के चलते सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने इन अभ्यर्थियों से मिलने से मना कर दिया। इन अभ्यर्थियों को रोकने के लिए पुलिस बुलानी पड़ी। सचिव ने इन अभ्यर्थियों से हेल्पलाइन पर अपनी शिकायत दर्ज कराने को कहा।