प्रयागराज : सचिवालय के लिए चयनितों का अभिलेख सत्यापन एक से
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने आरओ/एआरओ-2017 के सभी चयनित अभ्यर्थियों के अभिलेख सत्यापन का कार्यक्रम जारी कर दिया है। सचिवालय के लिए चयनित 582 अभ्यर्थियों का अभिलेख सत्यापन एक से छह जून तक होगा, जबकि यूपीपीएससी एवं राजस्व परिषद के लिए चयनित अभ्यर्थियों अभ्यर्थियों का 27 एवं 28 मई को होने वाले अभिलेख सत्यापन का कार्यक्रम आयोग पहले ही जारी कर चुका है।सत्यापन के लिए अभ्यर्थियों को यूपीपीएससी, प्रयागराज के गेस्ट हाउस में पहुंचना है। सत्यापन का विस्तृत कार्यक्रम एवं अन्य संबंधित सूचनाएं आयोग की वेबसाइट पर जारी कर दी गईं हैं।
आरओ/एआरओ-2017 के तहत 809 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। हालांकि, अंतिम रूप से 663 अभ्यर्थियों का ही चयन हुआ था। चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति से पहले उनके अभिलेखों का सत्यापन किया जाता है, जिसके लिए आयोग ने 26 मार्च से तीन अप्रैल तक विभिन्न तिथियां निर्धारित की थीं, लेकिन लॉकडाउन घोषित होने के कारण अभिलेख सत्यापन का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। अब बुधवार से अभिलेखों का सत्यापन शुरू होने जा रहा है। 27 एवं 28 मई को यूपीपीएससी और राजस्व परिषद के लिए चयनित 81 अभ्यर्थियों को अभिलेख सत्यापन के लिए बुलाया गया है।वहीं, उत्तर प्रदेश सचिवालय के लिए चयनित अभ्यर्थियों का अभिलेख सत्यापन एक, दो, तीन, चार, पांच एवं छह जून को होगा। एक से तीन जून तक उत्तर प्रदेश सचिवालय के लिए समीक्षा अधिकारी (आरओ) के 256 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों और तीन से छह जून तक सचिवालय के लिए सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) के 326 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों का अभिलेख सत्यापन होगा।
खांसी-जुकाम वाले न आएं, मिलेगा एक अन्य मौका
अगर किसी अभ्यर्थी को खांसी, जुकाम या कोई अन्य बीमारी है। वे अभ्यर्थी सत्यापन के लिए न आएं। ऐसे अभ्यर्थी को एक अन्य अवसर दिया जाएगा। इसके अलावा कोई अभ्यर्थी अपरिहार्य परिस्थितियों में अभिलेख सत्यापन के लिए उपस्थित न नहीं हो पाता है तो इन परिस्थितियों में भी संबंधित अभ्यर्थी को अभिलेख सत्यापन के लिए अन्य अवसर प्रदान किया जाएगा।
भीड़ कम करने के लिए कई चरणों में होगा सत्यापन
अभिलेख सत्यापन के लिए अभ्यर्थियों की भीड़ एक साथ न पहुंचे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके, इसके लिए आयोग ने कई चरणों में सत्यापन का कार्यक्रम बनाया है। एक दिन में चार से पांच चरणों में सत्यापन होगा। उदाहरण के तौर एक जून को 100 अभ्यर्थियों को सत्यापन के लिए बुलाया गया है लेकिन 20-20 के समूहों में सभी को अलग-अलग समय दिया गया है।
मुंह पर मास्क, हाथ में होंगे सिर्फ अभिलेख
अभ्यर्थियों को अभिलेख सत्यापन के लिए निर्धारित तिथि एवं समय पर मास्क पहनकर ही आयोग में उपस्थित होने की अनुमति मिलेगी। अभ्यर्थी अपने साथ केवल वांछित अभिलेखों की मूल एवं छायाप्रति लेकर आएंगे। इसके अलावा कोई भी सामान जैसे, बैग, ब्रीफकेस आदि नहीं लाएंगे।
गेट नंबर-2 से प्रवेश, एक-दूसरे से दूर बैठेंगे अभ्यर्थी
अभिलेख सत्यापन के लिए आयोग कार्यालय आने वाले अभ्यर्थियों को गेट नंबर-2 से प्रवेश मिलेगा। गेट पर अभ्यर्थियों को हैंडवॉश और सैनिटाइजर उपलब्ध कराया जाएगा। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही अभ्यर्थियों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
अभ्यर्थियों की मांग, लखनऊ में भी हो सत्यापन
अभ्यर्थियों का कहना है कि लॉकडाउन एवं तमाम प्रतिबंधों के कारण प्रदेश के अन्य जिलों और दूसरे राज्यों में रहने वाले अभ्यर्थियों के लिए प्रयागराज पहुंच पाना आसान नहीं होगा। आयोग को लखनऊ में भी कार्यालय है और वहां भी कर्मचारी तैनात हैं। अभ्यर्थियों की मांग है कि लखनऊ एवं आसपास के जिलों एवं दूसरे प्रदेशों में रहने वाले अभ्यर्थियों को सत्यापन के लिए लखनऊ स्थित कार्यालय बुलाया जाए, क्योंकि राजधानी होने के नाते लखनऊ पहुंचना ज्यादा सुलभ है।