प्रयागराज : फार्म में गलती सुधारने का मौका देने को किया प्रदर्शन
हिन्दुस्तान टीम,प्रयागराज।69 हजार शिक्षक भर्ती का फार्म भरने में गलती करने वाले अभ्यर्थी संशोधन का मौका देने की मांग कर रहे हैं। ऐसे अभ्यर्थियों ने गुरुवार को बेसिक शिक्षा परिषद दफ्तर के सामने प्रदर्शन किया। लिखित परीक्षा के फार्म में किसी ने प्राप्तांक-पूर्णांक कैटेगरी में गलत जानकारी दर्ज कर दी है तो किसी ने कोई अन्य कॉलम भरने में चूक कर दी है।इस चूक की वजह से यह अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती से बाहर हो रहे हैं, इसलिए इनकी मांग है की उन्हें संशोधन का एक अवसर दिया जाए। प्रयागराज के रोहित तिवारी ने मूल प्रमाण पत्रों के आधार पर भर्ती में शामिल करने की मांग की है। उनकी मांग है की मानवीय त्रुटि से फार्म में जो गलती हो गई है, उसे सुधारने के लिए विज्ञप्ति जारी की जाए।रायबरेली से निजी साधन से आईं पूजा यादव ने बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव से मुलाकात का प्रयास किया लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी। उनका कहना है कि फार्म भरते वक्त गलती से कॉमल संख्या 14 छूट गया। इस कॉलम में शिक्षा मित्र का 25 नंबर का गुणांक न भरने के कारण वह भर्ती से बाहर हो रही हैं।ललितपुर से आई ज्योति शर्मा ने स्नातक की परीक्षा में 815 नंबर की जगह 813 नंबर लिख दिया है। उन्होंने भी सचिव से मिलने का प्रयास किया पर मुलाकात नहीं हो सकी।
डीएलएड प्रशिक्षुओं ने मांगी भर्ती में वरीयता
ऑल बीटीसी डीएलएड वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आगामी शिक्षक भर्ती में बीटीसी अभ्यर्थियों को वरीयता देने की मांग की है। इनका कहना है की जब उन्हें प्रशिक्षित प्राथमिक के लिए किया जाता है तो नियुक्ति भी मिले। बीएड माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा के लिए होता है फिर भी सरकार ने प्राथमिक में बीएड को शामिल किया है जबकि बीएड करने वालों को प्राथमिक में नियुक्ति के लिए छह माह का क्रैश कोर्स करना होता है। डीएलएड प्रशिक्षु नियुक्ति के दिन से ही इसके लिए पात्र होता है, उसे कोर्स नहीं करना होता है। संगठन के प्रदेश प्रवक्ता रामानुज दुबे ने बताया कि उत्तराखंड, बिहार आदि राज्यों में डीएलएड प्रशिक्षुओं को वरीयता प्राप्त है। इस मांग को लेकर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राजपूत विकास सिंह, उपाध्यक्ष अमित कुमार, महामंत्री अंकित सिंह, अखंड प्रताप सिंह, प्रतीक तिवारी, गणेश यदुवंशी, निर्मल पाठक, रश्मि अग्रहरि, तुलसी अग्रवाल की ओर से ट्विटर पर अभियान भी चलाया जा रहा है।