प्रयागराज : आरओ/एआरओ चयनितों को जल्द मिलेगी नियुक्ति
प्रयागराज:आरओ/एआरओ-2019 के चयनितों के लिए अच्छी खबर है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की ओर से विज्ञप्ति जारी कर कहा गया है कि अभ्यर्थी अभिलेख सत्यापन के लिए तैयार रहें। लॉकडाउन के बाद यह कार्य तुरंत शुरू करा दिया जाएगा। अभिलेख सत्यापन न होने के कारण ही चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्तियां फंसी हुईं हैं। आरओ/एआरओ-2017 के चयनित अभ्यर्थियों के अभिलेखों का सत्यापन 26 मार्च से शुरू होना था। यह परीक्षा आरओ/एआरओ के 809 पदों पर भर्ती के लिए आयोजित की गई थी, जबकि अंतिम रूप से 663 अभ्यर्थियों का चयन किया गया था। बाद में आयोग ने परिणाम में आंशिक संशोधन भी किया था। आयोग ने अंतिम चयन परिणाम से उन 25 अभ्यर्थियों के नाम हटा दिए थे, जिन्होंने अपना अभ्यर्थन वापस लेने के लिए आयोग में आवेदन किए थे।आयोग ने उनकी जगह मेरिट में 25 नए अभ्यर्थियों के नाम शामिल करते हुए उन्हें चयनित कर लिया था। चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति से पहले आयोग की ओर से अभ्यर्थियों के अभिलेखों का सत्यापन कराया जाता है।इसके लिए आयोग ने 26 मार्च से तीन अप्रैल तक का समय निर्धारित किया था और अलग-अलग तिथियों पर अभ्यर्थियों को अभिलेख सत्यापन के लिए बुलाया गया था लेकिन इस बीच देश में लॉक डाउन की घोषणा दी गई और आयोग को अभिलेख सत्यापन का कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा। लंबी छुट्टी के बाद आयोग में 20 अप्रैल से कामकाज दोबारा शुरू हुआ लेकिन अभिलेख सत्यापन की प्रक्रिया फंसी रही, क्योंकि लॉक डाउन के कारण दूसरे जिलों या राज्यों में फंसे अभ्यर्थी यहां नहीं आ सकते थे। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना था। मंगलवार को आयोग के परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार मिश्र की ओर से एक विज्ञप्ति जारी की गई, जिसमें अनुसार सभी चयनित अभ्यर्थियों से अपेक्षा की गई है कि सभी आवश्यक/वांछित अभिलेखों को तैयार रखें और अगली सूची की प्रतीक्षा करें। परीक्षा नियंत्रक के मुताबिक कोविड-19 की रोकथाम के मद्देनजर सत्यापन कार्यक्रम को स्थगित किया गया था। सत्यापन कार्यक्रम लॉक डाउन समाप्ति/छूट के बाद तत्काल किया जाना प्रस्तावित है।