लखनऊ : शिक्षकों को सिखाए लीडरशिप के गुर
विशेष संवाददाता -राज्य मुख्यालय बच्चे स्कूल आ रहे लेकिन सीख नहीं पा रहे, यह एक बड़ा संकट है। तकनीक का इस्तेमाल भी तभी होगा जब मूलभूत क्षमताएं होंगी। बच्चों को ऐसा बनाएं कि उनमें जीवन भर सीखने की उत्सुकता रहे। ऐसी पढ़ाई हो कि वह सीखने को तत्पर रहे। ये विचार अम्बेडकर विवि दिल्ली की प्रो. विनीता कौल ने एक ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए। राज्य शैक्षिक तकनीकी संस्थान व एजुलीडर्स यूपी द्वारा आयोजित 10 दिवसीय वेबिनार के नौंवे दिन लैंग्वेज एंड लर्निंग फाउंडेशन के संस्थापक डा. धीर झिंगरन, प्रो विनीता कौल व बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ. सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह ने प्रदेश के 250 नवाचारी शिक्षकों को लीडरशिप के गुर सिखाए। श्री झिंगरन ने कहा कि सीखने- सिखाने की प्रक्रिया में आधारभूत बदलाव लाने की आवश्यकता हैं। बच्चों के परिवेश को देखते हुए सीखने- सिखाने के तरीकों को ढालना होगा। शुरुआत बच्चे की भाषा को आधार बनाकर करें। इसके बाद मिश्रित भाषा भी इस्तेमाल की जा सकती है और अंत में उन्हें मानक भाषा से जोड़े। डा. एसबीवी सिंह ने वेबिनार के माध्यम से कुछ बेहतर सीखने- सिखाने के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि सीखना सतत प्रक्रिया है और हर समय सीखते रहना ही आगे लेकर जाता है। राज्य शैक्षिक तकनीकी संस्थान की निदेशक ललिता प्रदीप ने जानकारी दी कि यह कार्यक्रम बस्ती के राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान प्राप्त शिक्षक डॉ सर्वेष्ट मिश्र व एजुलीडर्स यूपी की पहल पर शुरू हुआ था। इसमें राष्ट्रीय शैक्षिक एवं प्रबंधन विश्वविद्यालय न्यूपा नई दिल्ली द्वारा विकसित 10 दिवसीय लीडरशीप प्रोग्राम चलाया गया। 21 मई को इस कार्यक्रम के समापन महानिदेशक बेसिक शिक्षा विजय किरन आनंद करेंगे।