नई दिल्ली : इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ज्यादा कॉलेजों में पीएचडी की सीटें
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्ली इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं संबद्ध कॉलेजों में नए शैक्षिक सत्र में पीएचडी ( Allahabad University CRET 2020 ) में प्रवेश के लिए कवायद शुरू हो गई है। क्रेट (संयुक्त शोध प्रवेश परीक्षा) के लिए जून माह से ऑनलाइन आवेदन लेने की तैयारी है। इसके लिए प्रवेश प्रकोष्ठ ने सभी विभागों को सीटों की जानकारी देने के लिए कहा है। इस साल इविवि से ज्यादा पीएचडी के लिए सीटें कॉलेजों में उपलब्ध होंगी।इविवि के शिक्षा शास्त्र विभाग में इस वर्ष सिर्फ एक सीट पर ही पीएचडी में प्रवेश होगा क्योंकि विभाग के दो प्रोफेसर मौजूदा शैक्षिक सत्र में रिटायर हो गए हैं। ऐसे में विभाग में पीएचडी की सीट बढऩे की उम्मीद नहीं है। शिक्षा शास्त्र विभाग के प्रो. धनंजय यादव ने कहा कि सत्र 2019-20 में भी एक ही सीट पर पीएचडी में प्रवेश लिया गया है। शिक्षकों की कमी के कारण आगे भी एक सीट पर प्रवेश होगा क्योंकि एक ही छात्र रिसर्च सब्मिट करेगा।ज्ञात हो कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में काफी दिनों से अधिकांश विभागों में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हैं। इसके साथ ही विभागों के कई प्रोफेसर रिटायर हो चुके हैं। इससे इविवि में क्रेट की सीटें कम होती जा रही हैं। यूजीसी के अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर चार, एसोसिएट प्रोफेसर छह और प्रोफेसर अधिकतम आठ छात्रों को शोध करा सकता है।कॉलेजों में मौजूदा सत्र से पहली बार पीएचडी में प्रवेश लिया गया है। साथ ही अधिकांश कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति भी हो चुकी हैं। ऐसे में कॉलेजों में पीएचडी की अधिक सीटें होंगी। प्रवेश प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो. प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि जून के प्रथम सप्ताह से क्रेट के लिए आवेदन लिए जाएंगे। नए सत्र में इविवि से ज्याद सभी कॉलेजों को मिला पीएचडी की सीटें होंगी।