बिजनौर : ऑनलाइन क्लास में बच्चों को साइबर बुलिंग से बचाएं, केंद्रीय विद्यालय संगठन ने स्कूलों को सतर्कता बरतने की दी सलाह।
लॉकडाउन के बाद स्कूलों में शुरू हुई ऑनलाइन क्लासेज अब छात्र-छात्राओं के लिए समस्या का मुद्दा बन गई हैं। उनपर साइबर बुलिंग का खतरा मंडराने लगा है। आलम यह है कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के दिशा निर्देशों के बाद केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने भी अपने स्कूलों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
संगठन ने साफ किया है कि छात्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्कूल प्रशासन की है। ‘ साइबर बुलिंग' यानी गंदी भाषा, तस्वीरों या धमकियों से इंटरनेट पर तंग करने जैसी कोई घटना सामने आती है तो इसे नजर अंदाज करने पर जुवेनाइल एक्ट -2015 के सेक्शन (75) के तहत कार्रवाई तक हो सकती है। केन्द्रीय विद्यालय बिजनौर के प्रिंसिपल मनोज वर्मा ने बताया कि संगठन ने सभी को दिशा निर्देश देकर उन्हें सख्ती से पालन करने को कहा है।
' बच्चे को सिखाएं कि एप इस्तेमाल करते समय क्या करना है, क्या नहीं ' वर्चुअल क्लास या ऑनलाइन क्लास अभिभावकों की देखरेख में कराई जाएं ' बच्चों के नाम से लॉगिन आईडी न बनाएं ' शिक्षक ध्यान रखें कि बच्चे गेस्ट के तौर पर लॉगिन करें, पूरा कंट्रोल टीचर के हाथ में रहे।
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