लखनऊ : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम जून के अंतिम सप्ताह तक घोषित करने की तैयारी की जा रही है। डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा ने बताया कि ग्रीन जोन के 20 जिलों में बीती पांच मई से मूल्यांकन कार्य शुरू हो चुका है और ऑरेंज जीन के 36 जिलों में 12 मई के मूल्यांकन कार्य शुरू हो जाएगा। लॉकडाउन हटते ही रेड जोन के जिलों में हॉटस्पॉट और कटेनमेंट एरिया को छोड़कर शहर में दूर सुरक्षित क्षेत्र में मूल्यांकन केंद्र बनाकर कॉपियों का मूल्यांकन शुरू करवा दिया जाएगा। डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि कॉपियों का मूल्यांकन कार्य सही गति से चल रहा है और मूल्यांकन के तत्काल आद रिजल्ट जारी करने के लिए भी टीम बनाई गई है ताकि मूल्यांकन के आज रिजल्ट तैयार करने में देरी न हो। उधर बाकी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए स्वयंप्रभा चैनल के माध्यम से दूरदर्शन पर कक्षाओं का प्रसारण किया जा रहा है और ऑनलाइन क्लासेस चलाई जा ही हैं कोरोना महामारी के बीच ऑनलाइन माध्यम से कोसं पूरा करवाया जा हा है। सत्र पटरी पर हे इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
माध्यमिक शिक्षक संघ ने उठाए यूपी बोर्ड मूल्यांकन पर सवाल।
लखनऊ : ग्रीन जोन के बाद ऑरजजोन के 36 जिलों में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की कॉपियों का मूल्यांकन 12 मई से शुरू किए जाने का उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ ने विरोध किया है। विधान परिषद में शिक्षक दल के नेता ओम प्रकाश शर्मा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर माग की है कि परिणाम घोषित करने के लिए जो जल्दबाजी दिखाईजा रही है वह कहीं घातक न हो, इसलिए फैसले पर पुनर्विचार किया जाए।
यूपी बोर्ड : अब जुलाई में परिणाम आने की उम्मीद।
यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं परीक्षा का परिणाम जुलाई से पहले आने के आसार नहीं हैं। ग्रीन जोन वाले जिलों में मंगलवार से मूल्यांकन शुरू हुआ है। वहां भी कॉपी जांचने वाले शिक्षकों की संख्या बहुत कम है। 17 मई तक लॉकडाउन के तृतीय चरण के बाद सभी 75 जिलों में हालात सामान्य हो जाएं, यह भी संभव नहीं दिख रहा।
इससे साफ है कि 17 मई के बाद भी सभी जिलों में पूरी तरह से मूल्यांकन शुरू नहीं होगा। सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की जो गाइडलाइन जारी की है उसमें सभी 1.46 लाख शिक्षकों के एकसाथ कॉपी जांचने की गुंजाइश नहीं है।
हाईस्कूल और इंटर की 3.10 करोड़ कॉपियां जांचने में कम से कम 15 से 20 दिन लगना तय है। ऐसे में जून के पहले सप्ताह तक मूल्यांकन चला तो उसके एक महीने बाद यानि जुलाई के पहले या दूसरे सप्ताह में ही परिणाम आ सकता है। वैसे भी परिणाम बनाने का सारा काम दिल्ली में होता है। वहां के हालात नियंत्रण में नहीं है। इस सबका असर परिणाम पर पड़ेगा। शिक्षक विधायक सुरेश त्रिपाठी के अनुसार मौजूदा हालात देखते हुए लगता है कि बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट जुलाई से पहले नहीं आएगा।